सुशांत सिंह राजपूत के साथ 7 साल तक रिलेशनशिप में रहीं अंकिता लोखंडे ने सुशांत की मौत पर चुप्पी तोड़ी है। घटना के 46 दिन बाद अंकिता ने कहा कि वो भी यह जानना चाहती हैं कि आखिर उसके साथ क्या हुआ था? अंकिता ने बताया कि जितना वे सुशांत को जानती हैं, वह निराश इंसान नहीं था।
अंकिता ने ये बातें गुरुवार को एक न्यूज चैनल पर कहीं। उन्होंने कहा- मैंने ऐसा आदमी नहीं देखा, जो अपने सपने खुद लिखता हो, जिसके पास 5 साल का प्लान हो कि वो कैसा दिखना चाहता है? क्या करना चाहता है? और वाकई 5 साल बाद उसने ये सारी चीजें हासिल भी कर ली थीं।
‘सुशांत के साथ डिप्रेशन को जोड़ना, दिल को दुख पहुंचाता है’
अंकिता ने कहा- सुशांत आत्महत्या करने वाला शख्स नहीं था। हमने साथ में कई बार बहुत बुरे हालात का सामना किया था। वो खुशमिजाज और किस्मत वाला था। मैंने उसके जैसा लड़का नहीं देखा। उसके पास एक डायरी थी, जिसमें उसके 5 साल के सपने थे, जिन्हें उसने पूरा भी किया। उसके साथ डिप्रेशन को जोड़ा जा रहा है, यह दिल को दुख पहुंचाता है।
‘डंके की चोट पर कहती हूं वह अवसाद में नहीं था’
सुशांत को याद करते हुए अंकिता बोलीं- वह दुखी हो सकता है, उदास हो सकता है लेकिन डिप्रेशन बहुत बड़ी बात है। किसी को बाइ-पोलर कहना बड़ी चीज है। जिस सुशांत को मैं जानती हूं, मैं डंके की चोट पर बोल सकती हूं कि वे डिप्रेस्ड नहीं था। वह छोटे शहर से आया था। उसने खुद को बनाया। उसने मुझे कई चीजें सिखाईं। मुझे एक्टिंग सिखाई। किसी को पता भी है सुशांत कौन और क्या था?
‘7 साल मेरे साथ बिताए, ये खूबसूरत वक्त था’
पवित्र रिश्ता में सुशांत की को-स्टार अंकिता ने बताया- उसे छोटी-छोटी चीजों में खुशी मिलती थी। वह खेती करना चाहता था। उसने मुझसे कहा था कि अगर कुछ नहीं हुआ तो मैं अपनी शॉर्ट फिल्म बना लूंगा। वह तनाव में नहीं था। मुझे नहीं पता क्या सिचुएशन थी।
मैं नहीं चाहती कि लोग उसे एक डिप्रेस्ड इंसान के तौर पर याद करें। वह एक हीरो था, वह एक प्रेरणा था। टैलेंटेड था। अपने फैन्स को भी प्यार करता था। उसने मेरे साथ अपने जीवन के 7 साल बिताए हैं। यह बेहद खूबसूरत वक्त था।
‘एक ब्रेक के लिए 3 साल इंतजार किया, इतना पेशेंस किसी के पास नहीं’
वह आगे कहती हैं- मैंने देखा है कि उसने कितनी मेहनत की है। उसने थिएटर किया, सीरियल किया। जब उसने टीवी छोड़ा, तब वह टॉप पर था। लेकिन, वह कुछ बड़ा करना चाहता था। उसने फिल्मों में काम किया। वह एक क्रिएटिव आदमी था। उसने एक ब्रेक के लिए तीन साल इंतजार किया। वह घर पर बैठा रहा। हर किसी के पास इतना पेशेंस नहीं होता, पर उसके पास था।
‘कहता था कि सब खत्म हो जाएगा तो भी साम्राज्य खड़ा कर लूंगा’
सुशांत के जुनून के बारे में अंकिता बोलीं- जुनून उसका सबसे बड़ा पहलू था। वह मुझसे कहता था कि अगर सब कुछ खत्म हो जाएगा, तब भी मैं साम्राज्य खड़ा कर लूंगा। अगर मुझे कुछ नहीं मिलता है, तो भी मैं कुछ न कुछ जरूर करूंगा। पैसा उसके लिए कोई एजेंडा नहीं था। उसकी क्रिएटिविटी, फिल्मों के लिए उसका जुनून, जीवन के लिए नजरिया ही सब कुछ था। उसने जो कुछ भी किया, शिद्दत से किया था।
‘बैकग्राउंड डांसर से शुरू हुआ सफर दिल बेचारा पर खत्म’
अंकिता ने सुशांत की जर्नी के बारे में कहा- वह श्यामक डावर के ग्रुप में बैकग्राउंड डांसर था। वहां से शुरू हुआ उसका सफर दिल बेचारा पर खत्म हुआ। वह अक्सर कहता था कि सफलता और असफलता के बीच एक लाइन है। कुछ ऐसी, जिसे धोनी फॉलो करते हैं। धोनी अच्छे और बुरे दोनों वक्त में प्रभावित नहीं होते हैं। सुशांत वैसा होना चाहता था। बहुत संतुलित था और उसने इसे फॉलो भी किया।
‘छोटी खुशियों में यकीन था, बच्चों को सितारों की बातें बताता था’
लाइफ के फंडे के बारे में अंकिता बोलीं- उसे फेम या डाउनफॉल प्रभावित नहीं करता था। अगर ऐसा कुछ होता भी तो वह वापसी में यकीन रखता था। उसका मानना था कि खुशी छोटी-छोटी चीजों में मिलती है। वह बच्चों को सितारों के बारे में बताता था। वह उसकी असली खुशी थी। वह अपने जुनून के लिए काम करता था। वह पैसों के लिए नहीं मर सकता। मैं यह कभी मान ही नहीं सकती।
वह गुलाब जामुन और चॉकलेट से खुश होने वाले बच्चे की तरह था’
सुशांत को याद करते हुए इमोशनल हुईं अंकिता ने कहा- दुख की बात है कि उसे लेकर लोग अपनी कहानियां बना रहे हैं। क्या ये लोग जानते भी हैं कि सुशांत कौन था? लोग अपने ही फैसले दे रहे हैं, जो हमें, उसके परिवार को दुख पहुंचा रहा है। मैं लोगों से कहना चाहती हूं कि वह जुनूनी था। वह एक बच्चे की तरह था, जिसे गुलाब जामुन और चॉकलेट से खुशी मिल जाती थी। मुझे नहीं पता कि हालात क्या थे, लेकिन यही कहना है कि वह डिप्रेस्ड नहीं था।
अंकिता ने बताईं ये बातें भी
- चार साल से अंकिता और सुशांत के बीच कोई बातचीत नहीं हुई। उनके पास एक-दूसरे का नंबर नहीं था। चैट के स्क्रीन शॉट्स वाली बात गलत है।
- मार्च 2016 में राब्ता की शूटिंग से लौटने के बाद सुशांत ने अपना नंबर बदल दिया था, जिसके बारे में अंकिता को नहीं पता था।