कोरोना इंपैक्ट: लॉकडाउन ने प्यार के बंधन को किया मजबूत, प्रेमी जोड़े और पास आए, एक दूसरे का रखा पहले से ज्यादा ख्याल

द वायस 24 डेस्क। कोरोना महामारी ने दुनिया भर में भले ही कहर मचा दिया हो, लेकिन इसने इनसानी जीवन के कई पहलुओं को संवारने में भी मदद की है। इस महामारी के चलते प्रकृति बहुत हद तक स्वच्छ और निर्मल होने लगी है। भारत समेत दुनिया भर से पर्यावरण के सरंक्षण पर आई सकारात्मक रिपोर्ट आप पढ़ चुके होंगे। अब एक और नई रिपोर्ट निराशा के पलों से आशा जगाती है। यह रिपोर्ट बताती है कि कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन में प्रेमी जोड़े के बीच का रिश्ता काफीमजबूत हुआ है। दोनों ने एक दूसरे की पसंद को ज्यादा ध्यान दिया। एक दूसरे को खुश रखने के लिए नए नए तरीके ढूंढे।

अमेरिका में हुए एक सर्वेक्षण में 67 प्रतिशत प्रेमी जोड़ों ने माना कि लॉकडाउन के बाद से उनका रिश्ता मजबूत हुआ है। अमेरिका की निजी सर्वेक्षण एजेंसी वनपोल के सर्वे से पता लगा कि लिवइन रिलेशनशिप और डिस्टेंस रिलेशनशिप में रह रहे लोगों के लिए यह वक्त बहुत अहम रहा। 

प्रेमी जोड़ों का कहना है कि विषम समय में एक-दूसरे के प्रति लगाव व उत्साह बनाए रखने को लेकर वे सजग रहे। आमदिनों में वे हर सप्ताह बाहर घूमने जाते थे, जिसे वे रिश्ते में ताजगी बनाए रखने का एक अहम तरीका मानते हैं। तालाबंदी के दौरान बाहर घूमने और विदेशी यात्राओं पर प्रतिबंध होने से इन जोड़ों को रिश्ते की गर्माहट कम होने को लेकर चिंतित थे ।

सर्वे में दस में से छह लोगों ने यह बात स्वीकारी। 42 प्रतिशत जोड़ों ने कहा कि तालाबंदी के वक्त उन्होंने एक-दूसरे को खुश रखने के लिए उन्होंने नए तरीके अपनाने शुरू किए। जैसे मनपसंद खाना बनाना, घर संवारना, वीडियो पर जीवनसाथी संग ज्यादा समय बिताना आदि।  

एक-दूसरे की सेहत का ख्याल- 
दुनिया के सबसे बड़े स्वास्थ्य आपातकाल का सामना करने के दौरान प्रेमी जोड़े अपने साथी की सेहत को लेकर ज्यादा सजग हो गए। वे बाहर घूमने तो नहीं जा सकते थे तो दोनों ने एकसाथ व्यायाम करने का रुटीन बना लिया। सर्वे से पता लगा कि हर दस में से चार जोड़ों ने दैनिक रूटीन में जीवनसाथी को शामिल किया। 

साथी की चिंता में मनोवैज्ञानिक सलाह –
डॉ. होली रिचमंड का कहना है कि तालाबंदी में उनके पास ऐसे बहुत से लोग आए जो अपने जीवनसाथी की भावनात्मक परेशानियों को हल करने का रास्ता खोजना चाहते थे। कुछ लोगों ने यहां तक कहा कि बाहर न घूम पाने के कारण वे आपसी उत्साह में कमी महसूस कर रहे हैं, जिससे वे अवसाद में हैं।  उन्होंने कहा कि इस दौर ने लोगों को संबंध के शीर्ष पर पहुंचा दिया, जहां वह टूट भी सकता था और मजबूती से जुड़ भी गया।    
 
लॉकडाउन ने बदली जिंदगी –
67 फीसदी प्रेमी जोड़े भावनात्मक रूप से एकदूसरे के करीब आए 
10 में से 4 जोड़े सेहत की चिंता में एकसाथ व्यायाम करने लगे  
10 में से 6 युगल रिश्तों की ताजगी बनाए रखने के प्रयास में थे