रायपुर। विपक्ष होने की विवशता क्या से क्या ना करा दे। यह बात हर दल पर समान रूप से लागू होती है। अब देखिए ना, प्रदेश में 15 सालों तक राज्य करने वाले डॉ. रमन सिंह को भी बेरोजगारों की चिंता सता रही है। भूपेश सरकार प्रदर्शन कर नियुक्ति मांग रहे बेरोजगारों पर केस दर्ज कर रही है तो उन्हें अत्यधिक पीड़ा हो रही है। बाकायदा प्रियंका गांधी के एक ट्विट पर जवाब देते हुए उन्होंने यह पीड़ा जाहिर की है।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रियकां गांधी वाड्रा के एक ट्वीट का जवाब दिया। प्रियंका का ट्वीट देश के बेरोजगार युवाओं के लिए था और निशाने पर केंद्र की सरकार थी। प्रियंका कहती हैं कि देश के युवाओं को रोजगार चाहिए। उनकी रूकी हुई भर्तियों की ज्वाइनिंग, परीक्षाओं की डेट, नई नौकरियों की नोटिफिकेशन, सही भर्ती प्रक्रिया और ज्यादा से ज्यादा नौकरियां चाहिए। इसके बदले सरकार कोरे भाषण, लाठियां और उपेक्षा देती है। आखिर कब तक? इस ट्वीट को उन्होंने हैशटैग #9बजे9मिनट के साथ जोड दिया।
इस पर रमन सिंह ने जवाब दिया। वो कहते हैं- @priyankagandhi जी थोड़ा ध्यान छत्तीसगढ़ के युवाओं पर भी दीजिए और अपने मुख्यमंत्री @bhupeshbaghel को समझाईए! -न नई नौकरियां निकल रही हैं -न रुकी हुई भर्तियों की ज्वाइनिंग हो रही है -न बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है। आवाज उठाने पर डंडे और बलवा का केस जरूर दर्ज किया जा रहा है।
प्रियंका गांधी और उनकी पार्टी केंद्र में विपक्ष में हैं और डॉ. रमन सिंह प्रदेश में। दोनों को बेरोजगारों की खूब चिंता सता रही है, लेकिन दोनों की पार्टी का दामन धुला नहीं है। 15 सालों के शासन में बेरोजगारी और हक की आवाज उठाने वाले युवाओं को रमन सिंह की सरकार ने भी कम सितम नहीं ढाए हैं। शिक्षाकर्मियों पर लाठी चार्ज से लेकर धरना स्थल की बिजली गुल कराने, शौचालय बंद कराने, टेंट उखड़वाने का काम भी उन्होंने ही किया है। तब भूपेश बघेल विपक्ष में थे और शिक्षक – शिक्षाकर्मियों के साथ खड़े होकर रमन सरकार को ललकार रहे थे।
आज रमन सिंह विपक्ष में हैं तो उन्हें बेरोजगारों की पीड़ा सता रही है। कल तक बेरोजगार, शिक्षाकर्मियों की पीड़ा से दुखी भूपेश बघेल आज सरकार में हैं। अब वो नियुक्ति मांग रहे प्रदेश के बेरोजगारों पर बलवा का केस दर्ज करवा रहे हैं। लेकिन केंद्र में विपक्षी बनी प्रियंका गांधी को शायद यह दुख नजर नहीं आता।