नेताओं की आदत होती है, बोलते ज्यादा हैं और काम कम करते हैं। लेकिन देश में कुछ ऐसे नेता भी हैं जो काम ज्यादा करते हैं और बोलते बहुत कम हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक इसी किस्म के राजनेता माने जाते हैं। उनके ताजा कदम ने उन्हें एक बार फिर से जनसरोकार से जुड़ा कद्दावर नेता बना दिया है।
दरअसल, उड़ीसा के सीएम नवीन पटनायक ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा उदाहरण पेश किया है। उड़ीसा सरकार ने पेपरलेस बजट पेश किया है। साथ ही सरकार ने फैसला लिया है कि आने वाले समय में भी पूरी तरह से पेपरलेस बजट पेश किया जाएगा। इसके अलावा कागज की बर्बादी बचाने के लिए राज्य सरकार ने कर्मचारियों के वेतन और पेंशन के दस्तावेज को भी एक पन्ने में समेटना शुरू कर दिया है। अब ये सब दस्तावेज ऑनलाइन तैयार किए जा रहे हैं ताकि पेपर की बर्बादी न होने पाए।सरकार ने पेपरलेस बजट पेश कर कई क्विंटल कागज की खपत और बर्बादी होने से बचा लिया।
अब सरकार ने पर्यावरण को बचाने व पेड़ों को संरक्षित करने की दिशा में कदम उठाते हुए सरकार ने सभी विभागों और निदेशालयों में ओडिशा सचिवालय वर्कफ्लो ऑटोमेशन सिस्टम लागू किया है। इसके जरिये सूचनाओं और आंकड़ों को सीमित कागजी कार्रवाई में सुरक्षित रखा जाता है।
नवीन पटनायक अपनी अलग ही छवि के लिए देशभर में जाने जाते हैं। लगातार 20 सालों से वो ओडिशा के सीएम बने हुए हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में उनकी सत्ता हिलाने में भजापा की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह समेत पूरे संगठन ने पूरी ताकत झोंक दी, लेकिन नवीन फिर से शानदार विजय के साथ वापसी की।