होली प्यार, उमंग और मस्ती का त्योहार है, लेकिन जरा सी असावधानी जान भी ले सकती है। ऐसा ही हुआ है उत्तराखंड में, जहां होली की तैयारी कर रहे दो युवकों की जान चली गईं। दोनों बिजली की तार की चपेट में आ गए थे।
घटना उत्तराखंड के काशीपुर की है। यहां होली का झंडा लगाते वक्त दर्दनाक हादसा हो गया। आईटीआई थाना क्षेत्र की कॉलोनी अम्बा बिहार में के खाली प्लाट में होलिका दहन और पूजन की तैयारी चल रही थी। इसके लिए अधिवक्ता अभिषेक सिन्हा 26 वर्ष पुत्र अनिल सिन्हा मैदान में झंडा लगा रहे थे। इस दौरान झंडा अचानक 132 केवी हाईटेंशन लाइन में लग गया। बांस गीला होने के कारण उन्हें तेज करंट लग गया। करंट की चपेट में आते ही वहां मौजूद लोकेश चन्द्र परगई 21 वर्ष पुत्र महेश चन्द्र परगांई भी उन्हें बचाने के चक्कर में करंट के कारण झुलस गया। हादसे में अभिषेक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि बुरी तरह झुलसे लोकेश को नगर के निजी अस्पताल में ले जाया गया। हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर सेफर कर दिया। परिजन उसे मुरादाबाद में एक प्राईवेट अस्पताल ले गए जहां, इलाज के दौरन उसने भी दम तोड़ दिया।
आप भी बरतें ये सावधानी
- बिजली के खंभे, ट्रांसफॉर्मर या तार के नीचे होलिका ना जलाएं। इससे जान का खतरा हो सकता है।
- होली के दिन शराब पीना आम बात है। लेकिन शराब पीकर किसी भी सूरत में बाइक या कार ना चलाएं। होली के दिन अधिकांश जाने हादसों में जाती हैं।
- कई बार चॉकलेट, ठंढई या दूसरे खाद्य पदार्थों में भांग मिला होता है। भांग मिला कर व्यंजन बनाने की परंपरा भी कई जगहों पर मिलती है। अगर आपने भी ऐसा कुछ खा या पी लिया है, तो सतर्क हो जाएं। गाड़ी बिल्कुल ना चलाएं।
- होली खेलते समय केमिकल मिले रंग और गुलाल से परहेज करें तो आपके लिए भी और दूसरों के लिए भी अच्छा है। इसमें जान जाने का खतरा तो कम होता है, लेकिन नुकसान तो हो ही जाता है। आंखों में पड़ने पर रोशनी भी जा सकती है। नहीं तो स्किन का नुकसान आदि तो ही जाता है।
- जबरदस्ती रंग ना लगाए। विशेषकर किसी महिला को। कई बार ये विवाद अप्रिय घटना में बदल जाती है । स्थिति जान लेने या देने का भी बन जाती है।
- होली के दौरान दूसरे संप्रदाय की भावना का भी ख्याल रखें। होली जिनको पसंद हों, उन्हीं के साथ खेलें। जिन्हें इससे परहेज हों, उनकी इच्छा का भी रख लें तो बेहतर होगा।