नीति आयोग के सदस्य और कोरोना से लड़ने के लिए गठित समिति के अध्यक्ष डा. विनोद कुमार पॉल ने भरोसा दिलाया है कि 15 अप्रैल तक कोरोना से लड़ने में देश का नक्शा बदल जाएगा।डा. पॉल ने कहा कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर केंद्र सरकार हर स्तर का प्रयास कर रही है। अगले एक से दो सप्ताह के भीतर हमें कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए संसाधनों की कमी नहीं पड़ेगी।
एक राष्ट्रीय मीडिया संस्थान से बातचीत में उन्होंने कहा कि चिकित्सा उपकरणों, वेंटिलेटर, बेड, मास्क समेत अन्य जरूरी सामानों के लिए देश की रेमंड समेत तमाम कंपनियों को लगाया गया है। केंद्र सरकार पूरी तरह सजग है और 4.25-4.50 लाख आइसोलेशन वार्ड वाले बेड की व्यवस्था की जा रही है।
यह सब अगले 10 दिन में हो जाने की उम्मीद है। 15 अप्रैल को लॉकडाऊन समाप्त होने तक भारत कोरोना से जंग के लिए तैयार हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि अभी हमारे पास अपनी सामान्य चिकित्सीय जरूरत के हिसाब से या उसके कुछ कम-ज्यादा संसाधन थे।
यह महामारी अचानक आई है, इसलिए एकाएक बड़े पैमाने पर संसाधन की जरूरत पड़ रही है। नए सिरे से नार्म्स आदि बनाने की जरूत पड़ रही है। डा. पॉल ने कहा कि आवश्यकता को देखते नार्म्स बन चुके हैं। घरेलू स्तर पर आपूर्ति के लिए प्रयास भी तेज हो चुका है। जल्द ही जमीन पर इसका असर दिखने लगेगा।