लखनऊ। यूपी के कट्टर हिंदू नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में उसकी मां कुसुम तिवारी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर सनसनीखेज आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनके बेटे से योगी जलते थे, इसलिए उनकी हत्या करा दी गई। हालांकि इससे ज्यादा और कुछ कहने से मना कर दिया।
एक निजी चैनल के साथ बातचीत में कुसुम तिवारी ने कहा कि वो प्रदेश के मुख्यमंत्री से सवाल करना चाहती हैं कि उनकी सुरक्षा में ढील क्यों दी गई. अखिलेश सरकार में उन्हें 17 गार्ड की सुरक्षा मिली हुई थी. योगी सरकार में चार कर दिया गया. लेकिन घटना के दिन कोई नहीं था. केवल एक गार्ड था उनके साथ. वह भी बुजुर्ग. उसके हाथ में भी डंडा था. कहां थी उनकी सुरक्षा. अगर सुरक्षा था तो मेरे बेटे का गर्दन क्यों काटा गया. मैं यही सरकार से पूछना चाहती हूं.
जलते थे योगी
कुसुम तिवारी ने कहा कि योगी जलते थे मेरे बेटे से. योगी जलता था बेटे की पार्टी से. योगी ने बहुत कुछ किया नेताजी के साथ. उन पर गुंडा एक्ट लगाया. योगी ने मरवा दिया मेरे बेटे को. बस और कुछ मत पूछिए मेरे से. मैं कुछ और नहीं बोलूंगी.
गोली की आवाज नहीं सुनी
कुसुम तिवारी ने कहा उन्होंने या उनके परिवार के लोगों ने गोली की आवाज नहीं सुनी. जो गार्ड था वो रिटायर और बुजुर्ग था. जब उसके बेटे की हत्या हो गई और हम सब रोने लगे तब वो पूछ रहा था कि क्या हुआ. उसे तो घटना तक का पता नहीं चला. वो सुरक्षा क्या कर रहा था. थाने के जितने कर्मचारी थे वो सब बिके थे. उनकी नाक के सामने यह सब हुआ.
कुसुम तिवारी ने महमूदाबाद निवासी एक भाजपा नेता पर बेटे की हत्या करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि आरोपी नेता पहले सपा में थे। पिछले चुनाव में वह भाजपा में शामिल हो गए थे। रामजानकी मंदिर समिति की जमीन को लेकर आरोपी नेता की उनके बेटे कमलेश की रंजिश चल रही थी। मां ने आरोप लगाया कि आरोपी नेता मंदिर की जमीन हथियाना चाहते थे। हालांकि प्रदेश के डीजीपी हत्या के पीछे कमलेश तिवारी के उत्तेजक बयान को जिम्मेदार बता रहे हैं.