स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि तब्लीगी जमात के लोगों की वजह से 14 राज्यों में 647 मामले सामने आए हैं। एक गलती की वजह से संक्रमण बढ़ गया। मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि लोगों को यह समझना होगा कि एक गलती की वजह से सारी कोशिशें फेल हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि हमने राज्यों से कहा है कि डॉक्टरों और नर्सों पर हमला करने वालों से सख्ती से निपटें। मंत्रालय ने आरोग्य ऐप जारी किया है और लोगों के अपील की है कि इसके जरिए संदिग्धों की पहचान करें।
उधर, केंद्र ने तब्लीगी जमात के 960 विदेशी सदस्यों को ब्लैक लिस्ट कर उनके वीजा रद्द कर दिए गए हैं। इनमें 379 इंडोनेशियाई, 110 बांग्लादेशी, 9 ब्रिटिश, 4 अमेरिकी, 6 चीनी और 3 फ्रेंच नागरिक हैं। इस बीच, उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने फैसला लिया है कि ड्यूटी कर रही पुलिस पर हमला करने वालों पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।
इधर, मरकज से निकाले गए एक और संक्रमित की दिल्ली में मौत हो गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मरकज से जुड़े अब तक 3 लोगों की संक्रमण से मौत हो चुकी है। दिल्ली में कोरोना से मरने वालों की संख्या 5 हो गई है। शुक्रवार को ही खबर आई कि तब्लीगी जमात के लोगों को निकालने के ऑपरेशन में लगे जवानों को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। हालांकि, बाद में दिल्ली पुलिस ने कहा कि 11-12 पुलिसकर्मियों को छुट्टी पर भेजा गया है और यह महज इत्तेफाक है कि ये लोग ऑपरेशन मरकज में भी शामिल थे।
आज 107 नए मामले सामने आए
देश में आज संक्रमण के 107 नए मामले सामने आए हैं। इनमें उत्तरप्रदेश में 44, राजस्थान में 21, आंध्रप्रदेश में 12, हरियाणा में 8, गुजरात में 7, दिल्ली में 2, साथ ही महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा और जम्मू-कश्मीर में 1-1 मरीज मिला है। इसके साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या 2 हजार 657 हो गई है। 192 लोग ठीक हुए हैं और 75 की मौत हुई है।
गुरुवार को सबसे ज्यादा 486 संक्रमित मिले
इससे पहले गुरुवार को देशभर में 486 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। यह एक दिन में संक्रमण का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे एक दिन पहले बुधवार को देश में इस संक्रमण के 424 मामले सामने आए थे।