रायपुर। राजधानी के गुढ़ियारी थाने में 7000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का बड़ा मामला सामने आया है। करीब आधे दर्जन आरोपियों ने अपनी एक कंपनी खोली और उसके जरिए रिलायंस डीटीएच बिग टीवी की एजेंसी और डीलरशिप खोलने का विज्ञापन दिया। साथ ही कनेक्शन देने का भी ऑफर दिया। आरोप है कि इन्होंने करीब 13 लाख उपभोक्ताओं, एजेंसियों और डिस्ट्रीब्यूटर्स को अपनी ठगी का शिकार बनाया। यह पूरी रकम 7 हजार करोड़ रुपये की बताई जा रही है। शिकायतकर्ता प्रीति सिंघल मुंदड़ा की रिपोर्ट पर पेंटल टेक्नोलॉजी इंडिपेंटेड टीवी के डायरेक्टर विवेक प्रकाश समेत अन्य के खिलाफ चार सौ बीसी का केस दर्ज किया है।
पुलिस के मुताबिक इनोवेट इनकार्पोरेशन की प्रीति छगन मुंदडा ने गवाह सौरभ अग्रवाल, महेंद्र कुमार देवागंन, गंगोत्री दुबे, राजेश सिंग, सोहन निर्मलकर, मिलाप राम साहू के साथ मय सबूत दस्तावेज दिया था। जांच में पाया गया कि पेंटल टेक्नोलांजी इंडिपेंटेड टीवी कपंनी के डायरेक्टर विवेक प्रकाश एवं अन्य के द्वारा इनावेट इन कार्पोरेशन का 16 करोड रुपये हड़प लिया गया। कंपनी ने देश भर के तेरह लाख उपभोक्ता समेत एक लाख, एजेंसियो, डिस्ट्रीब्यूटरो से 07 हजार करोड़ की हेराफेरी की गई।
प्रीति सिंघल ने पुलिस को बताया कि विजेन्द्र सिंह, संजय भाटी, विवेक सिंह, मोहम्मद शायान आरिफ,बद्रीनारायण तिवारी, अतुल मिश्रा और अन्य डायरेक्टरो यह विज्ञापन किया गया था कि रिलायंस बिग टीवी डीटीएच सर्विस के रूप में एजेंसी व डीलरशीप समेत एजेंसी की नियुक्ति पूरे भारत में कर रही है। एजेंसी और डीलरशीप के लिए 25 लाख रुपये 03 मार्च, 2018 को प्रति डीलर एंडवास राशि के रुप में लेकर करीब 80 हजार लोगो को रिलायंस बिग टीवी, डीटीएच सर्विस देने का आश्वासन दिया गया था। इसी आधार पर रिलांयस ग्रुप ने नियुक्ति दिलाने के आश्वासन पर दो लाख लोगों की नियुक्ति विभिन्ना प्रांतो में की थी। एजेंसी होल्डरो द्वारा राशि जमा करने पर पांच साल तक पांच सौ चैनल दिखाने का वायदा किया गया था। कंपनी को अक्टूबर 2019 तक सभी 500 चैनल स्टालेसन करना था।
चैनलो की कभी पूर्ति नही होने पर आम जनता को प्रदान करने दिए गए सेटअप बाक्स को वापस कर दिया गया। 19 जनवरी 2019 को कंपनी के डायरेक्टरो द्वारा यह आश्वासन दिया गया कि समस्त चैनल मार्च 2019 तक प्रांरभ कर दिये जायेगे। उसी दिन यह जानकारी मिली कि रिलांयस बिग टीवी (इंडिपेंटेड टीवी) के नाम से जो विज्ञापन जारी किये जा रहे थे व राशि प्राप्त की गई है वह रिलायंस ग्रुप को न जाकर पेंटल टेक्नोलांजी व इंडिपेंटेड टीवी को की गई है, जिसका रिलायंस ग्रुप से कोई संबंध नही है।
डायरेक्टरों ने कनाडा, श्रीलंका की हासिल की नागरिकता
7 हजार करोड़ रुपये गबन कर कंपनी के कुछ डायरेक्टरों ने कनाडा और श्रीलंका की नागरिकता प्राप्त कर ली है। संजय भाटी वर्तमान में जेल में निरूद्घ है जबकि अन्य डायरेक्टर विवेक सिंह,मो. शायान आरिफ, गुरदीप सिंह, मनोज कुमार तिवारी, सचिन भाटी, रचकोंडा वेंकटारमन, कुश तिवारी, ग्रेस थांमस देश छोड़कर भागने की तैयारी में है।