मामला मध्यप्रदेश से जुड़ा है। हुआ ये है कि 10वीं की बोर्ड परीक्षा में छात्रों से कुछ ऐसे सवाल किए गए हैं, जो शायद पाकिस्तान में पूछे जाते हों। एक सवाल में पूछा गया है, भारत के नक्शे में ‘आजाद कश्मीर’ कहां हैं। एक और सवाल पूछा गया है, जिसके विकल्प में आजाद कश्मीर का विकल्प दिया गया है। यह प्रश्न सामाजिक विज्ञान के पेपर में आया है। सही जोड़ी मिलाने वाले सवाल में ‘आजाद कश्मीर’ का विकल्प लिखा है। वहीं, दूसरे प्रश्न में भारत के मानचित्र में ‘आजाद कश्मीर’ दर्शाने के लिए कहा गया।
अब आप खुद सोचिए जब देश के भविष्य को गढ़ने वाले टीचर इस तरह के सवाल सेट करें, तो उनके बारे में क्या सोचा और कहा जाए। शायद उन्होंने बच्चों को भी यही पढ़ाया होगा कि पाक अधिकृत कश्मीर को आजाद कश्मीर कहा जाता है। क्योंकि उस हिस्से को पाकिस्तान ने आजाद कराया है। बाकि जो भारत के पास बचा है, वह गुलाम कश्मीर है। यह स्तर है इन शिक्षकों का और शिक्षा विभाग का।
बवाल मचना था सो मचा भी
इस मामले में पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है। आगर-मालवा में विरोध स्वरूप परीक्षा बोर्ड का पुतला फूंका गया। सरकार ने प्रश्न पत्र सेट करने वाले और मॉडरेट करने वाले दो अधिकारियों को शनिवार को निलंबित कर दिया। इस मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान लिया है। आयोग ने इसे आपराधिक कृत्य मान कर माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव से 7 दिन में जवाब मांगा है।
सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं
- नरेंद्र मोदी फैन ने खिला- हे भगवान, मध्य प्रदेश में 15 साल लगातार भाजपा की सरकार रही, कभी ऐसा सवाल परीक्षा में नहीं आया। कांग्रेस की सरकार आते ही आजाद कश्मीर के सवाल हैं, कांग्रेस का हाथ पाकिस्तान के साथ।
- मिथिलेश कुशवाहा ने खिला- यह मात्र एक गलती नहीं, सोच-समझ कर की गई गलती है। यह देश के सैनिकों और देश के लिए कुर्बान शहीदों का अपमान है। वहीं, राजीव पटेल ने लिखा- देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए।