रायपुर। छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री और जनता कांग्रेस के संस्थापक अजीत जोगी के निधन के बाद उनकी पार्टी के बड़े चेहरे पार्टी छोड़ रहे हैं। इसमें जोगी परिवार के बेहद करीबी रहे योगेश तिवारी का नाम भी जुड़ गया है। योगेश तिवारी ने पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा देने के साथ साथ पार्टी को भी अलविदा कह दिया है।
योगेश तिवारी ने मंगलवार को दोपहर 12 बजे अमित जोगी के मोबाइल फोन पर पार्टी छोड़ने का संदेश भेजा। इसमें उन्होंने पार्टी के महासचिव समेत सभी पदों से इस्तीफा देने का पत्र भेजा। साथ ही एक संदेश भी भेजा है।
अमित जोगी को भेजे संदेश में योगेश तिवारी ने कहा-
भैया नमस्ते। मैं पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। भैया, आपके परिवार ने मुझे जो मान सम्मान दिया, उसे इस जीवन में नहीं भुला पाउंगा। आपके परिवार का सदस्य था। आज भी आपका परिवार मेरा परिवार मानता है। लेकिन राजनीतिक रूप से अब विचार नहीं मिल रहा है।इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं। ये मेरा व्यक्तिगत फैसला है। आगे राजनीति में क्या करना है, इसका फैसला अपने शुभचिंतकों के साथ चर्चा कर करूंगा।
इस मुद्दे पर अमित जोगी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि दुख के साथ आपका इस्तीफा स्वीकार कर रहा हूं। आप भले ही इस दल हिस्सा नहीं, लेकिन जोगी परिवार के दिल का हिस्सा हमेशा रहेंगे। योगेश तिवारी ने यह साफ नहीं किया है कि वो अब कौन सी पार्टी ज्वाइन करेंगे। हालांकि, चर्चा है कि वो कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं।
कांग्रेस का हाथ छोड़कर अजीत जोगी ने जनता कांग्रेस नाम की नई पार्टी बनाई थी। तब योगेश समेत कई कांग्रेसी नेता भी जोगी के साथ हो लिए थे। पहले भी पार्टी के कई नेता दोबारा कांग्रेस में वापस आ चुके हैं। अब बड़े नेता भी जनता कांग्रेस संगठन के चुनाव चिन्ह हल चलाते किसान का साथ छोड़ रहे हैं। पूर्व में जोगी के करीबी विधायक प्रतिनिधि ज्ञानेन्द्र उपाध्याय ने भी कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी। दरअसल, ये सियासी हलचल मरवाही उपचुनाव के लिहाज से अहम है। अजीत जोगी के निधन के बाद यहां चुनाव होना है। इस सीट पर जोगी परिवार का कब्जा रहा है।