कानपुर में 8 पुलिसवालों के बेरहमी से कत्ल कर फरार रहने वाले दुर्दांत अपराधी विकास दुबे की मां सरकार से अपने बेटे की जान बख्श देने की गुहार लगा रही है। गुरुवार को पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद उसकी बूढ़ी मां ने मीडिया के सामने ये गुहार लगाई।
विकास की मां ने बताया कि वह हर साल उज्जैन के महाकाल मंदिर में जाकर भगवान के दर्शन करता था और उनका श्रृंगार करवाता था।उन्होंने कहा कि भोले बाबा ने ही आज मेरे बेटे की जान बचाई है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि बेटे विकास दुबे की जान बख्श दी जाए।
मालूम हो कि कानपुर में कुख्यात अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर के दौरान हुए खूनी संघर्ष में सीओ सहित पुलिस के आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। अपराधियों ने पुलिस बल को चारों ओर से घेरकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थी और आठ जवानों को मौत के घाट उतार दिया था।
इसके बाद से ही यूपी समेत कई राज्यों की पुलिस विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही थी। बीच में विकास के दिल्ली एनसीआर में छिपे होने की भी खबर आई थी, लेकिन वह एक बार फिर पुलिस को चकमा देकर भाग गया था। गुरुवार को मध्यप्रदेश के उज्जैन से उसे गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तारी या सरेंडर, या कोई और शातिर चाल
विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर भी कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं। सबसे पहला सवाल तो यही है कि पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है, या फिर बचपन से ही कानून के साथ खेल खेलने वाला यह शातिर अपराधी खुद को गिरफ्तार करवाया है।
विकास दुबे महाकाल दर्शन करने उज्जैन पहुंचा था। उसे पता था कि यूपी की पुलिस बुरी तरह उसे ढूंढ रही है। देशबर का मीडिया उसकी तस्वीर और नाम दिखा रहा है। फिर भी वह रजिस्टर में अपना सही सही नाम दर्ज कराया। मंदिर के सामने बिना किसी डर के फोटो खिंचवाता रहा। और जब, मंदिर के गार्ड ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया तो वह विडियो क्लिप में खुद अपना नाम विकास दुबे, कानपुर वाला बताने लगा।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने तो इसे साजिश तक करार दिया। और भी कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।