अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक इंटरव्यू में साफगोई से इस बात को स्वीकार किया है कि अक्सर उन्हें अपने ट्वीट्स को लेकर पछतावा होता है। उन्होंने कहा कि खत की तरह हम इसमें सोचने का समय नहीं लेते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि रीट्वीट्स आपको अक्सर मुश्किल में डाल देते हैं।
बरस्टूल स्पोर्ट्स के साथ इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा, ”यह पुराने दिनों की तरह नहीं जब लोग खत लिखते थे और इसे भेजने से पहले एक दिन रुक जाते थे। उन्हें दोबारा सोचने का समय मिल जाता था। ट्विटर पर हम ऐसा नहीं करते हैं। हम तुरंत लिख डालते हैं। हमें अच्छा लगता है, लेकिन तब आपको फोन आने लगते हैं, ‘क्या आपने वास्तव में ऐसा कहा है?’ अक्सर आपको रीट्वीट्स मुश्किल में डाल देते हैं।”
उन्होंने आगे कह, ”आपक कुछ अच्छा देखते हैं और आप इसकी पड़ताल नहीं करते।” ट्रंप हाल के महीनों में ‘श्वेत शक्ति’ और यहूदी-विरोधी संदेशों को रिट्वीट करने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने ‘फायरफौसी’ हैशटैग भी शामिल है, जिसमें देश के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथोनी फौसी का जिक्र है।”
हाल ही में ट्रंप के कुछ ट्वीट्स को ट्विटर ने फ्लैग भी कर दिया था। अश्वेत जॉर्ज फ्लोयड की मौत से भड़की हिंसा के बाद ट्रंप के कई ट्वीट्स को ट्वीटर ने हिंसा भड़काने वाला करार दिया था। इसके बाद ट्विटर भी ट्रंप के निशाने पर आ गया था।