सरकार के खिलाफ शिक्षकों का शंखनाद,राजधानी में जुटे 10 हजार शिक्षक, युक्तियुक्तकरण स्थगित करा कर रहेंगे :शिक्षक संघ

रायपुर। छत्तीसगढ़ के करीब 2 लाख शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ शंखनाद कर दिया है शिक्षकों का यह शंखनाद युक्तियुक्तकरण के खिलाफ है। सरकारी स्कूलों की युक्ति युक्त कारण करने और स्कूलों में शिक्षकों की युक्तियुक्त कारण के विरोध में प्रदेश भर के शिक्षकों ने आज मंत्रालय खराब का ऐलान किया है। इस आह्वान पर करीब 10 संचार शिक्षक राजधानी रायपुर में जुट गए हैं। रायपुर के तूता धरना स्थल पर उनका प्रदर्शन चल रहा है । इसके बाद यहां से मंत्रालय घेराव करने निकलेंगे।

टूटा धरना स्थल पर शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन की शुरुआत शंखनाथ के साथ हुई। शिक्षकों ने ऐलान किया है कि युक्तियुक्तकरण के खिलाफ उनका आंदोलन अंजाम तक पहुंचे बिना खत्म नहीं होगा यह सरकार युक्त कारण के नाम पर स्कूलों को बंद कर रही है इससे प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था बदहाल हो जाएगी प्रदेश के गरीब वर्ग के बच्चे शिक्षा से वंचित हो जाएंगे

23 शिक्षक संगठन एक साथ सड़क पर उतरे

युक्तियुक्तकरण के फैसले ने प्रदेश के तमाम शिक्षक संगठनों को एकजुट कर दिया है प्रदेश में संचालित 23 शिक्षक संगठन सरकार के फैसले के खिलाफ एकजुट हो गए और उन्होंने शिक्षक साझा मंच का गठन कर युक्तियुक्तकरण के फैसले का विरोध शुरू कर दिया है.मंत्रालय जिराफ का ऐलान भी शिक्षक साझा मंच के तहत किया गया है

युक्तियुक्तकरण के खिलाफ नहीं लेकिन सेटअप से छेड़छाड़ मंजूर नहीं

शिक्षक संघ ने साफ कर दिया है कि वह सरकार की युक्तियुक्तकरण के फैसले के खिलाफ नहीं है लेकिन 2008 में तैयार सेटअप के साथ कोई छेड़छाड़ उन्हें मंजूर नहीं है दरअसल सरकार 30 बच्चों पर एक टीचर के फार्मूले के साथ आगे बढ़ना चाहती है अगर ऐसा हुआ तो प्राइमरी स्कूल के हजारों प्रधान पाठक सरकारी रक्त शिक्षक प्रभावित हो जाएंगे ऐसे में अतिशेष शिक्षकों का आंकड़ा बढ़ेगा और शहरों में जमे शिक्षकों को दूर दराज के क्षेत्र में जाना पड़ सकता है। शिक्षक संघ का कहना है कि सरकार नई नियुक्तियां करें ताकि एक क्लास पर एक टीचर उपलब्ध हो सके पहले से ही शिक्षक काम के बोझ के तले तवे हैं दर्जनों कम सरकार के करने पड़ते हैं अगर प्रधान पाठक को भी शिक्षक कार्य में सम्मिलित कर लिया गया तो एक शिक्षक कब पढ़ाएगा कब शासकीय काम निपटाएगा। यह संभव नहीं है।