क्या हुआ था गलवान घाटी में उस रात, चीनी हमले की कहानी उसी झड़प में घायल सिपाही की जुबानी

नई दिल्ली। सोमवार की रात करीब साढ़े 11 बजे लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर छुप कर हमला किया था। चीनी सैनिकों ने पहले से तैयारी कर रखी थी। इसलिए अंधेरे में, भारतीय सैनिकों को संभलने का मौका दिए बिना, पीछे से हमला कर दिया। लेकिन भारतीय सैनिकों के पलटवार ने चीनी सैनिकों के भी होश ठिकाने में ला दिए। क्या हुआ था उस रात, जानिए उस हमले में घायल के सिपाही की जुबानी।

इस खूनी संघर्ष में राजस्थान के अलवर जिले के सिपाही सुरेंद्र सिंह घायल शामिल थे। इस हमले में वो घायल हो गए थे। अब वह स्वस्थ हैं और लद्दाख के सैनिक हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा है. उनके एक हाथ में फैक्चर है और सिर में करीब एक दर्जन टांके लगे हैं. 12 घंटे तक बेहोश रहने के बाद उन्हें होश आया तब उन्होंने चीन की कायराना और खूनी साजिश पर से पर्दा उठाया।

फौजी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि चीनी सैनिकों ने धोखे से गलवान घाटी से निकलने वाली नदी पर अचानक भारतीय सैनिकों पर हमला कर दिया. करीब 4 से 5 घंटे तक नदी में ही सैनिकों के बीच खूनी संघर्ष चलता रहा. उस वक्त भारत के करीब 2 से ढाई सौ जवान मौजूद थे. जबकि चीन के 1000 से अधिक जवान थे.

उन्होंने बताया कि गलवान घाटी की नदी में हाड़-मांस को गला देने वाले ठंडे पानी में यह संघर्ष चलता रहा. उनका कहना था कि जहां यह संघर्ष हुआ उस नदी के किनारे मात्र एक आदमी के लिए निकलने की जगह थी. इसलिए भारतीय सैनिकों को संभलने में भारी परेशानी हुई नहीं तो भारतीय सैनिक किसी से कम नहीं थे. भारतीय सैनिक भी चीन के सैनिकों को अच्छा सबक सिखा सकते थे लेकिन हम पर उन्होंने साजिश के तहत और धोखे से हमला किया.

उन्होंने उस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि 5 फुट गहरे पानी में करीब 5 घंटे चले संघर्ष में सिर में चोट लगने से वह घायल हो गए थे और अन्य सैनिकों ने उन्हें बाहर निकाला. उन्हें तब तक होश था इसके बाद उन्हें लद्दाख के हॉस्पिटल में ही आकर करीब 12 घंटे बाद होश आया. साथ ही उनका कहना है कि इस झगड़े में उनका मोबाइल और अन्य कागजात भी नदी के पानी में कहीं गिर गए.

सैनिक सुरेंद्र सिंह के पिता बलवंत सिंह ने बताया कि बुधवार को दोपहर में फोन आया था तो उन्होंने बस इतना ही बताया गया कि झगड़े में उनके बेटे के सिर में चोट लगी है और अब वह पूरी तरह से ठीक है. लेकिन उनकी तबीयत को लेकर परिवार जन चिंतित भी हैं और भगवान से दुआ कर रहे हैं कि बेटे सहित अन्य जो सैनिक वहां घायल हुए हैं भगवान उनको शीघ्र स्वस्थ करें.