रायपुर। सुकमा में नक्सलियों द्वारा किए गए IED ब्लास्ट में शहीद हुए एडिशनल एसपी आकाश राव गिरिपुंजे की पार्थिव देह उनके निवास लाया गया तब हर किसी की आँखें नं हो गई। चंगोराभाठा से माना स्थित चौथी वाहिनी तक उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई।इसमें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ,विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ,दोनों उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और अरुण साव ,मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े सहित तमाम वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। मुख्यमंत्री समेत सभी नेताओं ने शहीद को कंधा देकर अंतिम विदाई दी।

शहीद एएसपी आकाश राव गिरिपुंजे का महादेवघाट मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। उनके बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी, इससे पहले परिजनों ने अंतिम संस्कार की सभी प्रक्रियाएं पूरी कीं। इस दौरान शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। शहीद आकाश राव गिरिपुंजे की शहादत को याद करते हुए लोगों ने उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
शहीद एएसपी को गार्ड ऑफ ऑनर
माना पुलिस बटालियन में आयोजित राजकीय सम्मान समारोह में शहीद आकाश राव को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान मंच पर सन्नाटा और आंखों में आंसू थे। शहीद की पत्नी ने कांपते हुए हाथों से उन्हें सैल्यूट किया, जबकि पिता गोविंद राव फफक कर रो पड़े। उन्होंने कहा, “बेटा तिरंगा सबको नसीब नहीं होता… लेकिन तूने तो वादा किया था कि 9 तारीख को घर आएगा, अब यूं तिरंगे में आया है।” इस दौरान शहीद आकाश राव गिरिपुंज की पत्नी ने सैल्यूट कर उन्हें अंतिम विदाई दी।
बेटी के जन्मदिन के एक दिन पहले निकली अंतिम यात्रा
शहीद ASP आकाश राव की 6 वर्षीय बेटी नव्या का बुधवार को जन्मदिन था। पूरा परिवार इस दिन को खास बनाने की तैयारियों में जुटा था और आकाश भी सुकमा से घर लौटने वाले थे। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। जन्मदिन की खुशियां मातम में बदल गईं, और नव्या को अपने पिता की अंतिम यात्रा देखनी पड़ी।