जब सबसे अमीर सुल्तान से मिले दुनिया के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री

नई दिल्लीः भारत और ब्रुनेई दारुस्सलाम के बीच राजनीतिक संबंधों के 40 साल पूरे हो गए हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन की ब्रुनेई यात्रा पर गए। ब्रुनेई की राजधानी बंदर सेरी बेगवान में उनका शानदार स्वागत किया गया।

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यात्रा के पहले दिन उन्होंने ब्रुनेई की मशहूर उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद का दौरा किया। प्रधानमंत्री ने स्थानीय अधिकारियों, शख्सियतों और ब्रुनेई में रह रहे भारतीयों से मुलाकात की। इसके साथ ही बंदर सेरी बेगवान में भारतीय उच्चायोग के नए कार्यालय का उद्घाटन किया।

यात्रा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रुनेई के सुल्तान बोल्कैया के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों सहित रक्षा, व्यापार, शिक्षा, तकनीक और स्वास्थ्य को लेकर चर्चा की गई। दोनों देशों के बीच बंदर सेरी बेगवान से चेन्नई तक सीधी विमान सेवा शुरू करने का फैसला हुआ। ब्रुनेई के सुल्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में दुनिया के सबसे बड़े महल ‘इस्ताना नुरुल ईमान’ में एक लंच रखा।

बोल्कैया 1984 से ब्रुनेई के सुल्तान हैं और उनका इस्ताना नूरुल ईमान पैलेस दुनिया का सबसे बड़ा महल है, जिसका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है। किसी भारतीय प्रधानमंत्री की दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश की ये पहली द्विपक्षीय यात्रा रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रुनेई यात्रा से दोनों देशों के रिश्ते प्रगाढ़ होंगे।