रायपुर। लॉकडाउन के बीच छत्तीसगढ़ सरकार ने ऑनलाइन कारोबार को छूट देते हुए होम डिलिवरी करने की अनुमति दे दी है। सरकार खुद सब्जी और फलों की बिक्री के लिए www.cghaat.in बना कर लांच कर चुकी है। इस पर सब्जी विक्रेता और होम डिलिवरी एंजेट का पंजीयन कराया जा रहा है। लेकिन सरकार की इस पहल ने छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स को नाराज कर दिया है। चेंबर इसे समान्य कारोबारियों के प्रति अन्याय बताते हुए विरोध पर उतर आया है।
छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष जितेंद्र बरलोटा, महामंत्री लालचंद गुलवानी, कोषाध्यक्ष प्रकाश अग्रवाल, प्रवक्ता ललित जैसिंघ, योगेश अग्रवाल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा ऑनलाइन व्यापार दी गई छूट का हम विरोध करते हैं. अध्यक्ष जितेंद्र बरलोटा ने कहा कि सरकार ने गलत निर्णय लिया है. जहां एक ओर व्यापारियों की दुकानें बंद है, वहीं ऑनलाइन बिज़नेस को पूरी छूट दी गई है. वर्तमान परिस्थितियों में सरकार द्वारा लिए गए इस निर्णय का विरोध करते हुए चेंबर इसे वापस लेने की मांग करता है.
चेंबर पदाधिकारियों ने कहा कि देशहित के कार्यों की रूपरेखा बनाने वाले नेता, अधिकारी को सभी छोटे-बड़े उद्योग, व्यापारी, दुकानदार और उनके यहां काम करने वाले कर्मचारियों के हित मे सोचना चाहिए. दुकानें बन्द होने से व्यापारियों का व्यापार चौपट होने की स्थिति में है. सरकार को अनुमति देनी है, तो सभी को देनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि सामानों की आपूर्ति ऑनलाइन वाले कर देंगे, तो फिर व्यापारी कब व्यापार करेगा. इन्ही छोटे-छोटे व्यापारियों ने दुख की घड़ी में जनता व सरकार का साथ दिया, जबकि बड़ी ऑनलाइन कंपनियों ने कोई भी योगदान नहीं किया.चेंबर केंद्र सरकार से सभी को बराबर व्यापार करने का मौका देने की मांग करती है, साथ ही कहा कि संकट की घड़ी में सभी व्यापारी सरकार के साथ खड़े है, और उनके दिशा-निर्देशों का पालन भी कर रहे हैं, और आगे भी करेंगे.