नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली ने भगवान राम पर अनाप शनाप बयान देकर खुद के घर में ही घिर गए हैं। नेपाल के तमाम राजनेता, अधिकारी और पत्रकार भी उनके बयान का मजाक उड़ा रहे हैं। लगातार हो रही आलोचना के बाद नेपाल के विदेश मंत्रालय को भी सफाई देनी पड़ी और कहना पड़ा कि प्रधानमंत्री ओली का बयान किसी भी राजनीतिक विषय से जुड़ा हुआ नहीं है।
विदेश मंत्रालय ने प्रधानमंत्री का बचाव करते हुए कहा कि श्री राम और उनसे जुड़े स्थानों के बारे में कई मिथक और संदर्भ हैं। प्रधानमंत्री ओली रामायण से जुड़े तथ्यों और रिसर्च की अहमियत पर जोर दे रहे थे।उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था और न ही अयोध्या के महत्व और सांस्कृतिक मूल्य का अपमान करना था।
क्या कहा था ओली ने
नेपाल के प्रधानमंत्री ने सोमवार को दावा किया था कि अयोध्या भारत में नहीं, बल्कि बीरगंज में स्थित एक छोटा सा गांव है। भगवान राम अयोध्या के नहीं, बल्कि नेपाल के थे। उन्होंने तर्क दिया कि उस समय मोबइल और फोन तो हुआ नहीं करते थे, फिर इतनी दूर से जनकपुर कोई कैसे आ सकता था।
नेपाल में कैसे उड़ रहा बयान का मजाक
इस बयान के बाद ओली अपने ही देश में घिरते दिख रहे हैं। नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री बाबू राम भट्टाराई ने भी ट्वीट किया, ‘‘आदि-कवि ओली द्वारा रचित कलयुग की नई रामायण सुनिए, सीधे बैकुंठ धाम का यात्रा करिए।’’
ओली के पूर्व मीडिया सलाहकार और प्रोफेसर कुंदन आर्यल ने ट्वीट किया- ओली ने ये क्या कह दिया? क्या वे भारत के न्यूज चैनल से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
नेपाल के वरिष्ठ पत्रकार अमित ढकाल ने तंज कसते हुए कहा- श्रीलंका का द्वीप नेपाल के कोशी में है। इसके पास ही हनुमान नगर भी है, जिसका निर्माण वानर सेना ने पुल बनाने के समय किया होगा।
नेपाल के पूर्व उपप्रधानमंत्री कमल थापा ने ट्वीट किया- किसी भी प्रधानमंत्री को इस तरह का आधारहीन और अप्रमाणित बयान नहीं देना चाहिए। ऐसा लग रहा है कि ओली भारत और नेपाल के संबंध और खराब करना चाहते हैं, जबकि उन्हें तनाव को खत्म करने के लिए काम करना चाहिए।
भारत में भी खिंचाई
ओली के इस बयान से अयोध्या के संत भी नाराज हो गए थे। उन्होंने कहा कि नेपाली पीएम ने चीन के दबाव में ऐसा बयान दिया है। राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य महंत दिनेंद्र दास ने बताया कि भगवान राम का जन्म अयोध्या में सरयू नदी के किनारे हुआ था। हां, यह सही है कि सीता जी नेपाल की थीं, लेकिन यह दावा करना कि भगवान राम नेपाली हैं, यह बिल्कुल गलत है।
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट किया- नेपाली पीएम ओली अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। वे कठपुतली हैं, जो चीन की लाइनें बोल रहे हैं। जो वे बोल रहे हैं, वो नेपाल की तरफ से पहले कभी नहीं कहा गया। नेपाल से अयोध्या सैकड़ों किमी दूर है, लेकिन वे उसे अपना हिस्सा बता रहे हैं।
सोशल मीडिया पर उड़ रहा मजाक
ओली के बयान का सोशल मीडिया पर खूब मजाक उड़ रहा है। एक यूजर ने कहा नेपाल का जल्द ही पूरी दुनिया समेत ब्रह्मांड पर कब्जा होगा। 2040 तक तो नेपाल का सम्राज्य आकाशगंगा से भी पार हो जाएगा।