रायपुर। मोदी सरकार के द्वारा एनएमडीसी को निजी हाथों में सौंपने का कांग्रेस ने विरोध किया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि देश की जनता मोदी सरकार को सरकारी संपत्तियों को बेंचने के लिये माफ नहीं करेगी। मोदी सरकार उद्योगपत्तियो को फायदा पहुंचाने के लिये सरकारी कम्पनियों को कौड़ी के मोल बेंचने में तुली है। एनएमडीसी की इकाई नगरनार की स्टील संयंत्र जो अभी शुरू नहीं हुआ, जिसमें बस्तरवासियों की भावनायें जुड़ी हैं, उसे भी निजी हाथों को सौंप रही है। इसके पहले भी अटल बिहारी की सरकार ने छत्तीसगढ़ में स्थित बालको सयंत्र को पानी के मोल बेच दिया था, जिसका कांग्रेस ने विरोध किया था।
धनंजय ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकारों के समय बनी कंपनियों और राष्ट्रीय संपत्ति बेचने में भाजपा सरकार प्रॉपर्टी डीलर की भूमिका निभा रही है। कई उद्योगपति बैंकों का पैसा डकार कर भाजपा के ट्रैवल एजेंसी का फायदा उठाकर विदेश भाग गये हैं। उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि मोदी सरकार के सरकारी कंपनियों का निजीकरण करने को भाजपा राष्ट्रवाद मानती है? मोदी भाजपा के ऐजेंडा में देश के 1 अरब 33 करोड़ जनता का विकास रोजगार नहीं है, बल्कि अडानी, अंबानी सहित चंद उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाना है।
ठाकुर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार हर मोर्चे पर असफल हो चुकी है। मोदी सरकार के गलत नीतियों के कारण बीते 6 साल में देश गंभीर आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा हैं। लोगों के सामने में रोजी-रोजगार की विकराल समस्या खड़ी हो गई है। व्यापार-व्यवसाय तबाह हो गया हैं। बीते 6 साल में 8000 से अधिक उद्योगपति अपना कारोबार समेट कर देश छोड़कर जा चुके हैं। मोदी सरकार अपने चंद उद्योगपतियों मित्रों को फायदा पहुँचाने कोल ब्लॉक सरकारी कंपनियों एयरपोर्ट विमानन कंपनी बीएसएनएल भेल सेल ट्रेन रेलवे स्टेशन सहित 135 सरकारी कंपनियों को बेच रही है।