बिना लक्षण वाले कोविड मरीजों को रखा जाएगा यूनिवर्सिटी हॉस्टल में, कलेक्टर ने ली विभिन्न यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार की बैठक

रायपुर। प्रदेश में और खासकर राजधानी रायपुर में जिस तरह से कोरोना संक्रमण बेकाबू हो रहा है, उसने जिला प्रशासन की परेशान बढ़ा दी है। अब तक के जिला प्रशासन की कोशिशें भी कम पड़ रही है। लिहाजा, जिला प्रशासन ने राजधानी में मौजूद अलग अलग विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थानों के हॉस्टल को कोविड सेंटर में तब्दील करने की तैयारी कर ली है। इस संबंध में आज कलेक्टर डॉ एस. भारतीदासन ने रेडक्रॉस सभाकक्ष में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के आवश्यक तैयारी हेतु विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं के रजिस्ट्रार की बैठक ली।

बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले के साथ-साथ रायपुर शहर में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मरीजों के इलाज में कोई रुकावट न आए इसलिए पर्याप्त व्यवस्था जरूरी है। उन्होंने संस्थाओं के प्रतिनिधियों को निर्देशित किया कि वे अपने अधीनस्थ छात्रावासों को साफ सफाई के साथ व्यवस्थित रखें ताकि उसे कोविड सेन्टर बनाया जा सकें। इन कोविड केंद्रों में कोरोना के लक्षण रहित मरीजों को रखा जाएगा।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन पूरी क्षमता से कार्य कर रहा है। इसमें सभी की भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने कोविड सेंटर में मरीजों के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।बैठक में एचएनएलयू,आईआईएम,आईआईआईटी, एसआईएमटी,कलिंगा, एमिटी औऱ मैट्स यूनिवर्सटी के रजिस्ट्रार उपस्थित थे।