बांद्रा स्टेशन पर मजदूरों की भीड़ जुटने के मामले में एक पत्रकार गिरफ्तार.. आरोप- उसी ने चलाई थी ट्रेन शुरू होने की रिपोर्ट

महाराष्ट्र में एक टीवी पत्रकार को उनकी एक रिपोर्ट के चलते गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया ह। आरोप है कि इस पत्रकार ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि ट्रेनें फिर से शुरू होंगी। जिसके बाद बांद्रा में प्रवासी मजदूरों की भीड़ इकट्ठा होनी शुरू हो गई। आरोपी पत्रकार का नाम राहुल कुलकर्णी है जो ओसनामाबाद जिले में रहते हैं।

पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है और मुंबई लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि न्यूज रिपोर्ट में कुलकर्णी ने कहा था कि विशेष जन साधारण ट्रेनों की सेवाएं लॉकडाउन के कारण फंसे हुए लोगों के लिए शुरू की जाएंगी। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188, 269, 270 और 117 के तहत मामला दर्ज किया गया है। 

बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के एक हजार से ज्यादा प्रवासी मजदूर बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास मंगलवार दोपहर इकट्ठा होने शुरू हो गए थे। वे सभी मांग कर रहे थे कि राज्य सरकार उन्हें उनके मूल गांव और शहरों तक वापस भेजने के लिए परिवहन की व्यवस्था करे।

बता दें कि पुलिस को मजदूरों की भीड़ को अलग-थलग करने के लिए लाठीचार्ज का इस्तेमाल करना पड़ा था। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार करीब 1000 दिहाड़ी मजदूर दोपहर तीन बजे रेलवे स्टेशन के पास मुंबई उपनगरीय क्षेत्र बांद्रा (पश्चिम) बस डिपो पर एकत्रित हो गए और सड़क पर बैठ गए।  लॉकडाउन लागू होने के बाद से दिहाड़ी मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। इससे उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

दिहाड़ी मजदूर पास के पटेल नगरी इलाके में झुग्गी बस्तियों में किराए पर रहते हैं, वे परिवहन सुविधा की व्यवस्था की मांग कर रहे थे ताकि वे अपने मूल नगरों और गांवों को वापस जा सकें। एक मजदूर ने बिना अपना नाम बताए कहा कि एनजीओ और स्थानीय निवासी प्रवासी मजदूरों को भोजन मुहैया करा रहे हैं लेकिन वे लॉकडाउन के दौरान अपने मूल राज्यों को वापस जाना चाहते हैं क्योंकि बंद से उनकी आजीविका बुरी तरह से प्रभावित हुई है। उसने कहा कि अब, हम भोजन नहीं चाहते हैं, हम अपने मूल स्थान वापस जाना चाहते हैं, हम (लॉकडाउन बढ़ाने की) घोषणा से खुश नहीं हैं।