गिलगित-बाल्टिस्तान पर भारत का आक्रामक रूख, पहले पाकिस्तान को दी जगह खाली करने की चेतावनी, अब मौसम पूर्वानुमान की बुलेटिन में भी किया शामिल

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (Pok) स्थित गिलगित बाल्टिस्तान (gilgit baltistan) को लेकर भारत (India) ने अपना रूख और आक्रामक कर दिया है। पाकिस्तान की ओर से इस इलाके में चुनाव कराने की पहल के बाद से ही भारत ने अपना रुख और कड़ा कर दिया है। चुनाव की खबर सामने आने के बाद ही भारत ने पाकिस्तान को इस एरिया को खाली करने की चेतावनी दी। अब भारत का मौसम विभाग (Indian meteorological department) भी मौसम के पूर्वानुमान बुलेटिन में गिलगित बाल्टिस्तान को शामिल कर लिया है।

देश में मौसम का पूर्वानुमान बताने वाली संस्था भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने जम्मू और कश्मीर के अपने मौसम संबंधी उप-मंडल का उल्लेख ‘जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद’ के रूप में करना शुरू कर दिया है। बता दें कि मुजफ्फराबाद और गिलगित-बाल्टिस्तान पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के अंतर्गत आते हैं।

सूची में परिवर्तन मंगलवार से आईएमडी द्वारा जारी उत्तर पश्चिमी भारत के दैनिक पूर्वानुमान में दिखाई देना शुरू हो गया है। दैनिक क्षेत्र-वार पूर्वानुमान पूरे उप-मंडल के लिए हैं न कि किसी विशिष्ट क्षेत्र के लिए। आईएमडी के वरिष्ठ अधिकारियों ने नाम में परिवर्तन की पुष्टि की है। देश में इस समय 36 मौसम संबंधी उप-मंडल हैं। इन्हें राज्य की सीमाओं के साथ परिभाषित किया गया है। 

आईएमडी का कदम न केवल एक अलग केंद्र शासित प्रदेश के रूप में लद्दाख की बदली हुई स्थिति को दर्शाता है बल्कि एक महत्वपूर्ण अंतर्निहित संदेश भी देता है। ऐसा तब हुआ है जब कुछ दिनों पहले ही पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने संघीय सरकार को गिलगित-बाल्टिस्तान में चुनाव कराने की अनुमति दी है।

30 अप्रैल को पाकिस्तान की शीर्ष अदालत ने सरकार के आवेदन पर सुनवाई करते हुए गिलगित-बाल्टिस्तान में कार्यवाहक सरकार बनाने और प्रांतीय विधानसभा चुनाव कराने की अनुमति दी थी। सोमवार को भारत के विदेश मंत्रालय ने इस फैसले के खिलाफ अपना कड़ा विरोध जताते हुए कहा था  कि पाकिस्तानी संस्थान के पास अवैध रूप से या जबरन कब्जे वाले क्षेत्रों में हस्तक्षेप का अधिकार नहीं है। 

मंत्रालय ने कहा था कि भारत इस तरह की कार्रवाईयों और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर के क्षेत्रों में भौतिक परिवर्तन लाने के निरंतर प्रयास को पूरी तरह से खारिज करता है। इसी दिन पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने बयान जारी करते हुए भारत के आरोपों को खारिज किया था।