कोरोना वायरस की मार से सुपर पावर अमेरिका बुरी तरह टूट चुका है। इसका अंदाजा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों से लगातार लगता रहा है। ट्रंप लगातार इसे चीना साजिश बताते रहे हैं। अब उन्होंने कहा है कि यह केवल फ्लू नहीं है। यह हम पर एक हमला है। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘हमपर हमला हुआ है। यह एक हमला है। यह किसी भी तरह से केवल फ्लू नहीं है। किसी ने भी आज तक ऐसा नहीं देखा है। आखिरी बार ऐसा 1917 में हुआ था।’
ट्रंप अपने देश में सबकुछ समान्य करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यहां कोविड-19 की वजह से 47,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है जबकि आठ लाख 52 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित है। ट्रंप से जब पूछा गया कि लोगों और व्यापार की मदद के लिए प्रशासन अरब-खरब रुपये के प्रोत्साहन पैकेज दे रहा है ताकि उनकी मदद की जा सके लेकिन इससे राष्ट्रीय ऋण बढ़ रहा है।
इसके जवाब में ट्रंप ने कहा, ‘हमारे पास कोई विकल्प नहीं है। क्या हमारे पास कोई विकल्प है? मैं हमेशा सभी चीजों को लेकर चिंतित रहता हूं। हमें इस समस्या को ठीक करना है। हमारी दुनिया में सबसे बड़ी अर्थव्यस्था थी। चीन से बेहतर, हर जगह से बेहतर। हमने इसे पिछले तीन सालों में बनाया है और एक दिन वह आता है और कहता है कि हमें सब बंद करना पड़ेगा। अब हम इसे दोबारा खोलने जा रहे हैं और हम पहले से ज्यादा मजबूत होने वाले हैं लेकिन आपको कुछ पैसा खर्च करना पड़ेगा।’
ट्रंप ने कहा कि हमने अपनी एयरलाइंस को बचाया है। हमने कई कंपनियों को बचाया है। वे कंपनियां जिनका पिछले दो महीने में काफी अच्छा काम चल रहा था। अब अचानक वे बाजार से बाहर हो गई हैं। उनका कहना है कि देशभर में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों में लगातार कमी आ रही है।
स्थिति संभल रही है
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘हॉटस्पॉट में स्थिरता दिखाई दे रही है। वे सही दिशा में जा रहे हैं। बोस्टन में मामलों में गिरावट आ रही है। शिकागो में भी वायरस का असर कम हो रहा है। डेट्रायट से बुरा वक्त निकल चुका है।’ इन रुझानों से पता चलता है कि वायरस से लड़ने के लिए हमारी आक्रामक रणनीति काम कर रही है और अधिक राज्य जल्द ही धीरे-धीरे और सुरक्षित रूप से फिर से खुलने की स्थिति में आ जाएंगे। यह काफी रोमांचक है।