कोरोना वायरस पर दुनिया भर के जनप्रतिनिधियों ने कई बार ऐसा बयान दे डाला है, जो उन्हें जग हंसाई का पात्र बना दिया। इसमें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल हैं। अब राजस्थान के एक विधायक ने कुछ ऐसा बयान दिया है। कांग्रेस के इस विधायक ने अपनी ही पार्टी के मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर कहा है कि शराब से कोरोना वायरस मर जाता है। इसलिए शराब दुकानों को खोल देना चाहिए।
ये विधायक हैं राजस्थान के सांगोद क्षेत्र चुने गए भरत सिंह कुंदनपुर। इन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चिट्ठी लिखकर मांग की है कि वह लॉकडाउन के दौरान राज्य में शराब की दुकानों को फिर से खोलने का आदेश दें। अपने पत्र में कांग्रेस विधायक ने कहा कि जब शराब से हाथ धोने से कोविड-19 वायरस साफ हो सकता है तो शराब पीने से निश्चित रूप से गले से वायरस भी साफ हो जाएगा। इसलिए सरकार को शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति देनी चाहिए।
उन्होंने और भी चिंताएं जाहिर की हैं। उन्होंने कहा कि शराब की दुकानों के न खुलने से अवैध शराब का धंधा और बिक्री बढ़ रही है। शराब की दुकानों के न खुलने से राज्य की अर्थव्यवस्था की कमर टूट गई है और इस कारण राज्यभर में अवैध देशी शराब को बनाया और बेचा जा रहा है। लॉकडाउन की वजह से बाजार में शराब की मांग अधिक है, इसलिए पीने वाले इसका स्वागत कर रहे हैं। शराब की बिक्री न होने से सरकार को हानि हो रही है, वहीं पीने वालों के स्वास्थ्य को खतरा पैदा हो रहा है।
विधायक ने पत्र में राज्य की दो खबरों का भी जिक्र किया, जिसमें पहली खबर भरतपुर जिले के हलैना गांव की थी, जहां अवैध देशी शराब पीने से दो लोगों की आंख की रोशनी चली गई। वहीं, दूसरी खबर सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान हुए घाटे की भरपाई करने के लिए एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने की थी।
उन्होंने कहा कि साल 2020-21 में राज्य सरकार ने शराब से 12,500 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। संभव है सरकार ने इसी कारण एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई है। अच्छा तो यह होगा कि सरकार शराब की दुकानों को खोल दे। शराब पीने वालों को शराब मिलेगी और सरकार को राजस्व भी मिलेगा।
गौरतलब हो कि इससे पहले हनुमानगढ़ जिले के भादरा क्षेत्र से विधायक बलवान सिंह पुनिया ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उनसे लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानों को खोलने का आग्रह किया था।