कोरोना संकट के हालात का जायजा लेने पश्चिम बंगाल पहुंचा केंद्रीय दल 15 दिन के बाद आज दिल्ली लौट गया है। दिल्ली लौटने से पहले केंद्रीय दल का नेतृत्व करने वाले विनीत जोशी ने कहा कि 15 दिनों के बाद आज हम पश्चिम बंगाल से वापस लौट रहे हैं। हमने कई स्थानों का दौरा किया है रिपोर्ट भी बनाई है जो कि केंद्र को सौंपी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्राथमिक अवलोकन यह है कि सुधार की आवश्यकता है।
पश्चिम बंगाल के दौरे पर आए अंतर मंत्रालयी केन्द्रीय दल ने कहा है कि कोविड-19 से होने वाली मौतों के मामले में पश्चिम बंगाल में मृत्यु दर देश में सबसे अधिक 12.8 प्रतिशत है। अंतर मंत्रालयी केन्द्रीय दल (आईएमसीटी) के सदस्य अपूर्व चंद्रा ने राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को अपनी टिप्पणी में कहा कि देश में कोविड-19 मृत्यु दर पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 12.8 प्रतिशत है।
दिल्ली लौटने से पहले उन्होंने यह पत्र सिन्हा को लिखा। चंद्रा ने पत्र में कहा, यह उच्च मृत्यु दर जांच में कमी अैर कमजोर निगरानी को दर्शाती है। चंद्रा ने कहा कि मेडिकल बुलेटिन में राज्य द्वारा बताए गए कोविड-19 के मामलों और केन्द्र सरकार को दी गई जानकारी में अंतर है। चंद्रा के नेतृत्व में दल दो सप्ताह शहर में बिताने के बाद राष्ट्रीय राजधानी लौट चुका है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में अभी तक 963 मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें से 151 लोग या तो ठीक हो चुके हैं या फिर उनको अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है।
कोरोना वायरस महामारी की वजह से लागू लाकडाउन के तीसरे चरण में कुछ निश्चित दुकानों और सेवाओं को खोलने की रियायत देने के बावजूद पश्चिम बंगाल में ज्यादातर दुकानें बंद हैं। राज्य सरकार ने अब तक ग्रीन और ऑरेज जोन में रियायत के संबंध में निर्णय नहीं लिया है। राज्य के ज्यादातर हिस्सों में सुबह भी जरूरी सामानों की आपूर्ति करने वाले दुकानों को छोड़ बाकी सभी दुकाने बंद हैं और सड़कों से वाहन नदारद है। एक अधिकारी ने बताया कि दोपहर में मुख्य सचिव राजीव सिन्हा के नेतृत्व में एक कार्य बल रियायत के संबंध में फैसला लेगा कि इस दो जोनों (ऑरेंज और ग्रीन) में किस तरह की दुकान और प्रतिष्ठान खोले जाएंगे।