Breaking : सरकार ने जारी किया युक्तियुक्तकरण का आदेश,शिक्षकों की मांग को दरकिनार कर लिया गया फैसला

रायपुर। युक्तियुक्तकरण पर तत्काल रोक लगाने की मांग करते हुए प्रदेश के 23 शिक्षक संगठन मंत्रालय खराब करने का ऐलान कर चुके हैं लेकिन युक्तियुक्तकरण का आदेश जारी कर सरकार ने क्लियर मैसेज दे दिया है युक्तियुक्तकरण हर हाल में होकर रहेगा।
युक्तियुक्तकरण के मुद्दे पर सरकार और शिक्षक बिल्कुल आमने-सामने है। मंगलवार को मंत्रालय से आदेश जारी हुआ है। आदेश के मुताबिक प्रदेश के 10463 स्कूलों का युक्तियुक्तकरण कर दिया जाएगा। यह सभी स्कूल शिक्षा विभाग और आदिम जाति विभाग दोनों के हैं। यानी प्रदेश के 10463 स्कूल अब दूसरे सरकारी स्कूल में मर्ज कर दिए जाएंगे

कैसे होगा युक्तियुक्तकरण

स्कूलों का युक्तियुक्तकरण कैसे होगा इसे ऐसे समझिए। एक ही परिसर में प्राइमरी स्कूल मिडिल स्कूल हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल संचालित हो रहे हैं। ऐसा प्रदेश के हजारों जगह पर देखने को मिल रहा है। सबका अपना अपना भवन है अपने प्रिंसिपल है और अपनी व्यवस्थाएं हैं। युक्ति युक्त कारण के तहत एक ही परिसर में संचालित ऐसे तमाम स्कूल मर्ज होकर एक हो जाएंगे। मान लीजिए एक ही परिसर में प्राइमरी मिडिल हाई ओर हायर सेकेंडरी स्कूल चल रहे हैं ऐसे में हायर सेकेंडरी स्कूल में प्राइमरी मिडिल और हाई स्कूल को मर्ज कर दिया जाएगा। यानी चार स्कूल की जगह अब एक स्कूल संचालित होगा।

फिर मर्ज किए जाने वाले स्कूल के प्रधान पाठक का क्या होगा

स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी बताते हैं कि मर्ज किए जाने वाले स्कूल के प्रधान पाठक वहीं बने रहेंगे उन्हें स्थानांतरित नहीं किया जाएगा। शायद शिक्षक संघ के भारी विरोध के चलते ऐसा कहा जा रहा है। क्योंकि अगर स्कूल मर्ज होंगे तो स्कूल का एक ही प्रिंसिपल होगा फिर एक प्रिंसिपल के नीचे दूसरे प्रधान पाठक या प्राचार्य कैसे काम करेंगे। हो सकता है इस विषय पर बाद में और स्पष्ट आए।