रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक आयुर्वेदिक सर्वज्वरहर चूर्ण (काढ़ा) लाॅन्च किया। यह चूर्ण गरियाबंद जिले के केशोडार में भूतेश्वर हर्बल वन धन केन्द्र की महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा 10 जड़ी बूटियों को मिलाकर तैयार किया गया है। यह आयुर्वेदिक सर्वज्वरहर चूर्ण कोरोना वायरस से बचाव में काफी मददगार हो सकता है। मुख्यमंत्री ने मेडिकल काॅलेज और अन्य सामाजिक संस्थाओं द्वारा कोरोना महामारी से निपटने के लिए लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु वितरित किए जा रहे आयुर्वेदिक काढ़े की सराहना भी की।
कैसे करें उपयोग
यह चूर्ण सौंठ, काली मिर्च, पीपली, लौंग, छोटी इलायची, बड़ी इलायची, दाल चीनी, जायफल, जावित्री एवं तुलसी पत्र के मिश्रण से तैयार किया गया है। इस चूर्ण का उपयोग करने के लिए 10 मिली लीटर पानी उबालने के बाद उसमें डेढ ग्राम चूर्ण मिला लें। पानी उबालना बंद कर दें। 10 मिनट बाद इसे छानकर पिया जा सकता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इस चूर्ण का न्यूनतम तीन दिनों का तक सेवन करना होगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर भूतेश्वर हर्बल वन धन केन्द्र गरियाबंद द्वारा वन औषधियों और जड़ी बूटियों से तैयार उत्पादों की केटलाग का विमोचन किया। इस वन धन केन्द्र की महिलाओं द्वारा अश्वगंधा से तैयार नवायष चूर्ण, पुनर्नवा चूर्ण, अश्वगंधा चूर्ण, सतावरी चूर्ण, कौंच चूर्ण, तुलसी चूर्ण, महाविषगर्भ तेल, भृंगराज तेल जैसे उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। केटलाग में इन उत्पादों के उपयोग के बारे में भी जानकारी दी गई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कहा कि इम्युनिटी बढ़ाकर कोरोना से बचा जा सकता है। जड़ी बूटियों के मिश्रण से केशोडार में भूतेश्वर हर्बल वन धन केन्द्र की महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार यह चूर्ण इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार साबित होगा।