​Health : शरीर होगा अंदर से मजबूत और इम्यूनिटी भी दुरुस्त, अगर इन 6 पत्तों का कर लिया सेवन

हम अक्सर अपनी डाइट में फल और सब्जियों को तो शामिल करते हैं, लेकिन कुछ खास हरे पत्तों की अहमियत को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। दरअसल, कुछ कच्चे पत्ते ऐसे होते हैं जिनमें भरपूर पोषक तत्व, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं। ये न सिर्फ आपकी इम्युनिटी बढ़ाते हैं, बल्कि पाचन से लेकर स्किन हेल्थ तक में सुधार लाते हैं।

आयुर्वेद और घरेलू नुस्खों में इन हरे पत्तों का उपयोग होता आया है। चाहे वो तुलसी हो, करी पत्ता हो या सहजन के पत्ते—इन सभी के अपने-अपने फायदे हैं। इन्हें सलाद में, जूस में या सीधा चबाकर भी खाया जा सकता है। खास बात ये है कि इनका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता, और ये शरीर को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स करने में मदद करते हैं।

इन हरे पत्तों को आपकी डेली डाइट का हिस्सा बन सकते हैं और आपको दवाइयों की ज़रूरत से काफी हद तक दूर रख सकते हैं। तो आइए जानें, कौन-कौन से हैं वो पत्ते और कैसे करें इनका सेवन ताकि सेहतमंद जीवन बना रहे।

इम्युनिटी का नेचुरल टॉनिक
तुलसी के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो इम्युनिटी को बूस्ट करते हैं। रोज़ाना सुबह खाली पेट 4–5 तुलसी के पत्ते चबाने से सर्दी-जुकाम, खांसी और गले की खराश जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है। इसके अलावा यह मेंटल हेल्थ को दुरुस्त करता है साथ में डाइजेशन में भी सुधार आता है।

डायजेशन से लेकर डायबिटीज तक
करी पत्ता सिर्फ स्वाद के लिए नहीं, सेहत के लिए भी कमाल का है। इसमें फाइबर, आयरन और विटामिन C होता है जो पाचन तंत्र को मज़बूत करता है और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है। इसे कच्चा चबाना या खाली पेट पानी के साथ लेना काफी फायदेमंद होता है।

प्रोटीन और आयरन का पावर हाउस
सहजन यानी मोरिंगा के पत्ते न्यूट्रिशन का खजाना हैं। इनमें प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, और विटामिन A होता है जो शरीर को ऊर्जा देता है, हड्डियों को मज़बूत करता है और स्किन को चमकदार बनाता है। आप इन्हें सलाद में या जूस बनाकर पी सकते हैं। ये पत्ते शरीर को डिटॉक्स करने में भी मदद करते हैं।

स्किन और डाइजेशन के सुपरस्टार
धनिया और पुदीना जैसे हरे पत्तों में विटामिन A, C और के मौजूद होते हैं जो स्किन को निखारते हैं और पाचन को बेहतर बनाते हैं। इन्हें कच्चा खाना या स्मूदी में मिलाकर पीना शरीर को ताजगी और ठंडक देता है। खासकर गर्मियों में यह पत्ते नेचुरल कूलेंट का काम करते हैं।

इम्युनिटी बूस्टर और बुखार भगाने वाला
गिलोय को आयुर्वेद में अमृता कहा जाता है। इसके पत्ते शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालते हैं और बुखार से लड़ने की ताकत देते हैं। रोज़ सुबह गिलोय के पत्ते का रस या 2–3 पत्ते चबाना फायदेमंद होता है। यह लीवर को भी डिटॉक्स करता है और खून साफ करता है।

आयरन और फाइबर का खजाना
पालक में आयरन और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जिससे खून की कमी नहीं होती और पेट भी साफ रहता है। पालक के पत्तों को अच्छी तरह धोकर सलाद में शामिल करें या स्मूदी में मिलाएं। यह शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है और एनर्जी लेवल को बढ़ाता है।