रायपुर- छत्तीसगढ़ में रोड कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए सड़कों का जाल बिछाया जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 4 प्रमुख राजमार्गों के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाने की मंजूरी दे दी है। 236.1 किलोमीटर लंबी इन परियोजनाओं के लिए 9 हजार 208 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। दिल्ली में आयोजित समीक्षा बैठक में नितिन गडकरी ने इसकी घोषणा की। इस दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू भी उपस्थित रहे।
इसके साथ ही केंद्रीय सड़क निधि के तहत 908 करोड़ की 8 परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है। यातायात सुगमता और सड़क सुरक्षा के लिए केशकाल घाट का फोरलेन चौड़ीकरण होगा। दक्षिण छत्तीसगढ़ की कनेक्टिविटी बेहतर करने के लिए धमतरी-जगदलपुर मार्ग का फोरलेन चौड़ीकरण किया जाएगा। इसी तरह रायपुर-विशाखापटनम और बिलासपुर-उरगा-पत्थलगांव मार्ग के निर्माण में तेजी लाई जाएगी। पत्थलगांव से कुनकुरी-झारखंड बॉर्डर मार्ग को भी हरी झंडी मिल गई है। शहर में ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए रायपुर शहर में ग्रेड सेपरेटर बनाया जाएगा। विधानसभा रोड से बिलासपुर रोड धनेली और रायपुर-धमतरी मार्ग परभी ग्रेड सेपरेटर बनाने की मंजूरी मिली है।
रायपुर-लखनादोन इकोनॉमिक कॉरिडोर के तहत 105 किमी लंबी सड़क 6 हजार 300 करोड़ रुपए की लागत से बनाई जाएगी। उरगा-कोरबा कटघोरा रिंग रोड पर 42.1 किमी लंबी सड़क के लिए 1 हजार 593 करोड़ खर्च होंगे। इसी तरह बसना से सारंगढ़ के बीच 33 किमी सड़क के लिए 490 करोड़ और सारंगढ़ से रायगढ़ 56 किमी सड़क के लिए 825 करोड़ रुपए का आवंटन हुआ है।
छत्तीसगढ़ में सफर आसान
समीक्षा बैठक के दौरान छत्तीसगढ़ में चल रही परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा की गई। साथ ही वन विभाग, राजस्व और खनन से जुड़ी रुकावटों को दूर तुरंत करने के निर्देश दिए गए। केंद्र सरकार से आवंटित राशि से छत्तीसगढ़ की सड़कों का कायाकल्प हो जाएगा। इससे औद्योगिक गतिविधियों को नई दिशा मिलेगी और आम लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।