रायपुर। छत्तीसगढ़ B.Ed – D.Ed प्रशिक्षित संघ ने सरकार के दमनकारी कदम के खिलाफ जेल भरो आंदोलन का ऐलान कर दिया है । संघ के प्रदेश अध्यक्ष दाऊद खान ने कहा कि अगर अपने हक की आवाज उठाने को सरकार अपराध मान रही है और भावी शिक्षकों को जेल भेजने की मंशा पाल रही है तो फिर यही सही । 22 सितंबर को प्रदेशभर से संघ के सदस्य राजधानी में जुटेंगे और सिटी कोतवाली थाने जाकर सब के सब गिरफ्तारी देंगे।
प्रदेश अध्यक्ष दाऊद खान ने बताया की नियुक्ति की मांग को लेकर कई स्तरों पर प्रयास किया गया लेकिन सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। तीन बार धरना प्रदर्शन कर ध्यान खींचने की कोशिश की गई। 7 सितंबर को सीएम घाट हाउस घेराव करने की सूचना रायपुर के जिला प्रशासन और पुलिस को दे दी गई थी । सब कुछ प्रशासन की जानकारी में हो रहा था । इसके बावजूद प्रदर्शन करने पर गंभीर धाराओं में मामला दर्ज करना सरकार की मंशा को साफ कर देती है । उन्होंने कहा कि हम फिर से सरकार से अनुरोध करते हैं कि एफआईआर को वापस ले नहीं तो इसके खिलाफ पूरे प्रदेश में भावी शिक्षक सड़क पर उतरेंगे और जेल भरो आंदोलन करेंगे ।
तीन विधायक और संगठन महामंत्री का भरोसा भी काम नहीं आया
7 सितंबर को सरकार के तीन विधायक और पार्टी के पूर्व महामंत्री प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने पहुंचे थे। सत्यनारायण शर्मा , विकास उपाध्याय , कुलदीप जुनेजा और गिरीश देवांगन ने भरोसा दिलाया था कि यह सरकार जनता की आवाज सुनने वाली है । अत्याचार करने वाली नहीं । वो सभी लोग खुद पूर्ववर्ती सरकारों के अत्याचार सहे हैं। इसलिए यह सरकार उन्हें न्याय देगी। लेकिन इन आश्वासनों के अगले दिन ही सरकार ने प्रदर्शनकारियों पर मुकदमे दर्ज करा दिए।