कोरोना महामारी में एक तरफ तो डॉक्टर भगवान का रूप बन कर काम कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे कथित डॉक्टर या अस्पताल भी हैं, जो इस आपदा काल में भी पैसों के भूखे बने बैठे हैं। ताजा मामला महाराष्ट्र के ठाणे का है। यहां 17 निजी अस्पतालों ने कोरोना मरीजों से करीब 1.82 करोड़ रूपये ज्यादा वसूल लिए। अब इनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
महानगर पालिका के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि इनमें से अभी भी 1.40 करोड़ रुपये लौटाए जाने बाकी हैं।
मरीजों से शिकायतें मिलने के बाद ठाणे महानगर पालिका के आयुक्त डॉ. विपिन शर्मा ने शहर के 17 अस्पतालों के बिल की जांच करने के लिए लेखा परीक्षकों की टीमों का गठन किया था। टीमों ने 10 जुलाई से 21 अगस्त तक के बिलों को जांच की और 1,362 बिल में कुल 1.82 करोड़ रुपये अधिक वसूलना पाया। पालिका ने इन अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जिसके बाद अस्पतालों ने 26.68 लाख रुपये मरीजों को लौटाए।
अधिकारियों ने कहा कि 15.27 लाख रुपये अधिक राशि के लिए अस्पतालों की दलील को स्वीकार किया गया लेकिन उन्हें अभी 1.40 करोड़ रुपये लौटाने हैं। पिछले महीने महानगर पालिका ने घोड़बंदर रोड स्थित एक निजी अस्पताल द्वारा अधिक शुल्क लेने पर उसका लाइसेंस निलंबित कर दिया था और अस्पताल को कोविड-19 केंद्र की सूची से हटा दिया गया था।