कानपुर का दुर्दांत अपराधी विकास दुबे की कहानी तो खत्म हो गई, लेकिन क्या सच में ही है। कम से कम उसकी पत्नी के इंतकाम की आग को देख कर ऐसा लग तो नहीं लग रहा। जिस विकास दुबे की कहानी पिछले एक हफ्ते से किसी फिल्मी स्क्रिप्ट की तरह मीडिया में तैर और सज रही है, उसकी एक और फिल्मी मोड़ सामने आ गई है। इस मोड़ पर विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे ने बंदूक उठाने का ऐलान कर दिया है।
कल एनकाउंटर में विकास दुबे को यूपी पुलिस की टीम ने ढेर कर दिया। उसके सीने को गोलियों से छलनी कर दिया गया। उसके बाद पोस्टमार्टम कराया गया और फिर लाश परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस के कहने के बाद भी विकास दुबे के माता पिता उसका शव लेने नहीं पहुंचे और ना ही अंतिम संस्कार करने को तैयार हुए।
शाम को शिवली से विकास के बहनोई दिनेश तिवारी पोस्टमार्टम वाली जगह पहुंचे और अपनी सुपुर्दगी में शव लिया। यहां से शव को सीधे भैरवघाट स्थित विद्युत शवदाह गृह ले जाया गया। लखनऊ से विकास की पत्नी रिचा, बेटा, मामी व बिकरू से रिश्तेदारी की तीन अन्य महिलाएं पहुंचीं।
यहां मीडिया रिचा से बिकरू में आठ पुलिस की हत्या के संबंध में सवाल कर बैठा। फिर वो घायल नागिन की तरफ भड़क उठीं। जोर-जोर से चिल्ला कर कहा कि –
तुम सबने मिलकर मेरे पति को मरवा दिया। मेरे पति को मार कर तुम सबने ठीक नहीं किया। अब मैं खुद चलाऊंगी बंदूक…पति को जिसने मरवाया है, जिसने मारा है…सब मरेंगे।
एसपी पूर्वी राजकुमार ने पुलिसकर्मियों को उसे वहां से ले जाने के निर्देश दिए। करीब आधे घंटे में शव का अंतिम संस्कार कराने के बाद रिचा, बेटे व मामी के साथ तीन कारों से लखनऊ रवाना हो गई, जबकि तीन अन्य महिलाएं भी गांव के लिए निकल गईं।
मेरे पति को मार कर तुम सबने ठीक नहीं किया। अब मैं खुद चलाऊंगी बंदूक…पति को जिसने मरवाया है, जिसने मारा है…सब मरेंगे। ये शब्द शुक्रवार को भैरवघाट में विकास दुबे के अंतिम संस्कार में पहुंची पत्नी रिचा के हैं। पति की मौत के बाद उसका गुस्सा पुलिस, प्रशासन और मीडिया पर साफ तौर से देखने को मिला।