रायपुर। सुशांत सिंह राजपूत का नाम तो भूले नहीं होगे ना आप ? महज 34 बरस के थे. लेकिन फिल्मी दुनिया के कथित भाई भतीजेवाद के फंदे ने उनकी जान ले ली। 14 जून को मुंबई के अपने घर में फांसी के फंदे से लटकते मिले थे। जांच जारी है, लेकिन इस आत्महत्या ने फिल्मी सितारों के बेहद घिनौने चेहरे को उजागर कर दिया। साफ कर दिया कि चमक-धमक के पीछे कैसे कुछ परिवारों ने एक गैंग सा बना लिया है। सितारा पुत्रों को बाहर से आने वाले टैलेंट से चुनौती ना मिले, इसलिए हर हथकंडे अपनाए जाते हैं। सोशल मीडिया पर तो इस दुनिया के बड़े बड़े दिग्गज निशाने पर हैं। लोग खुल कर सलमान खान, करन जौहर से लेकर दूसरे बड़े सितारों पर इस भाई भतीजेवाद का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
लेकिन अब, दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के परिवार वालों ने माया नगर में पसरी इस अँधेरगर्दी के खिलाफ जंग छेड़ दिया है। इस जंग का हथियार है नेपोमीटर, यानी ऐसा मीटर जो बताएगा किसी फिल्म में स्वतंत्र कलाकारों को कितनी जगह मिली है, और सितारा परिवारों के चट्टे बट्टे कितने शामिल हैं। अगर मीटर हाई हुआ तो फिर ऐसी भाई भतीजेवाद वाली फिल्मों का बहिष्कार भी होगा।
सुशांत के जीजा विशाल कीर्ति ने एक ट्टविट किया है। ट्रविट क्या है, आप खुद नजर डालिए। फिर हम आपको इसकी पूरी डिटेल बताते हैं।
ट्वीट में कहा गया है कि जानकारी के साथ बॉलीवुड के नेपोटिज़म से लड़ना है. फिल्म का क्रू कितना नेपोस्टिक है या कितना स्वतंत्र है, इसके आधार पर हम फिल्मों को रेटिंग देंगे। अगर नेपोमीटर हाई हुआ तो बॉलीवुड की नेपोटिज़म वाली फिल्म का बहिष्कार (बॉयकॉट) करना होगा और नेपोटिज़म से लड़ना होगा.’
क्या है नेपोमीटर?
ये ऐप किसी भी अपकमिंग फिल्म का एनालिसिस करके बताएगा कि फिल्म कितना नेपोस्टिक है। आसान भाषा में कहें तो फिल्म में कितने लोग ऐसे हैं, जिनका बॉलीवुड से पहले से कोई नाता है. कितनों के रिश्तेदार पहले से इंडस्ट्री में मौजूद हैं? इन सब बातों की जानकारी नेपोमीटर लोगों को देगा.
इसके अलावा ये भी बताएगा कि फिल्म में कितने फीसद इंडिपेंडेंट कलाकार हैं. इंडिपेंडेंट फिल्म, यानी जिनमें नेपोटिज़म का बोलबाला नहीं होगा, उसका नोटिफिकेशन नेपोमीटर लोगों तक पहुंचाएगा. जिन फिल्मों में नेपोटिज़म की भरमार होगी, यानी नेपोमीटर का पारा चढ़ा हुआ होगा, उनका बहिष्कार (बॉयकॉट) करने की अपील की जाएगी.