भारत और चीन के बीच जारी युद्ध जैसे हालात के बीच भारत सरकार ने आर्थिक मोर्चे पर चीन का बहिष्कार शुरू कर दिया है। एक दिन पहले ही सरकार ने संकेत दे दिया था कि चीनी कंपनियों को आवंटित की गई कई बड़ी परियोजनाओं को रद्द किया जा सकता है। साथ ही, चीनी उपकरणों, सामानों और वस्तुओं के आयत पर भी रोक लगाई जा सकती है। इसी कड़ी में कार्रवाई करते हुए भारतीय रेल ने चीन के साथ चल रही एक बड़ी परियोजना को रद्द कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, भारतीय रेलवे ने ‘बीजिंग नेशनल रेलवे रिसर्च एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट ऑफ सिग्नल एंड कम्युनिकेशन ग्रुप’ के साथ प्रोजेक्ट को समाप्त करने का फैसला किया है।
राम माधव बोले- दूसरे देशों के निर्यात पर निर्भरता करेंगे कम
दूसरी तरफ, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा, हम रसायनों, मोबाइल फोन के पार्ट्स और बटन का आयात करते हैं। क्या उन्हें आयात करना इतना आवश्यक है? उनका निर्माण भारत में किया जा सकता है। हमें अन्य देशों से आयात को कम करना चाहिए विशेष रूप से चीन से। अगर लोग चीनी उत्पादों का बहिष्कार करना चाहते हैं, तो हम उनकी भावनाओं का सम्मान करते हैं।
सीएआईटी ने बॉलीवुड-खेल बिरादरी से चीनी सामानों के बहिष्कार का किया अनुरोध
कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने बॉलीवुड और खेल बिरादरी से चीनी सामानों का बहिष्कार करने का अनुरोध किया है। सीएआईटी ने कहा कि हम बॉलीवुड और खेल बिरादरी से अनुरोध करते हैं कि वे देश हित में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के लिए संस्था के साथ हाथ मिलाएं। हम चीनी सामानों को एंडोर्स (समर्थन) करने वाली हस्तियों से आग्रह करते हैं कि वे ऐसा करना तुरंत बंद कर दें।