नमक की कालाबाजी पर सरकार सख्त, कार्रवाई के बाद आम जनता से अपील, पर्याप्त नमक उपलब्ध, अफवाह पर ध्यान ने दें लोग

रायपुर। कोरोना महामारी के बीच एक अफवाह ने छत्तीसगढ़ में हड़कंप मचा दिया। दरअसल, यह अफवाह तेजी से फैली की कोरोना संकट के बीच राज्य में नमक का स्टॉक खत्म हो गया है।इसके बाद लोग नमक खरीदने दुकानों पर उमड़ पड़े। 20 रुपये किलो का नमक 90 रुपये किलो तक बेचा और खरीदा गया। हालत यह हुई कि सरकार को कार्रवाई करनी पड़ी। खाद्य विभाग की टीम ने छापे मारे और कालाबाजारी कर रहे दो संस्थानों पर जुर्माना ठोक दिया। फिर सरकार ने आम जनता से भी अपील करते हुए कहा कि राज्य में नकम का स्टाक पर्याप्त मात्रा में मौजूद है। लोग घबराए नहीं।

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में राज्य में नमक और अन्य सभी आवश्यक खाद्य पदार्थ पर्याप्त मात्रा में एवं समुचित दरों पर खुले बाजार में आम उपभोक्ताओं के लिए सहज रूप से उपलब्ध है। राज्य के खुले बाजार में प्रतिमाह लगभग 8 से 10 हजार टन के नमक की आवक होती है। लॉकडाउन के दौरान भी खुले बाजार में नमक की आवक निरंतर हो रही है वहीं इसकी कालाबाजारी करने वालों पर कड़ाई से कार्रवाई भी की जा रही है।

 राज्य शासन के नापतौल विभाग द्वारा 11 मई को राज्य के रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जगदलपुर, रायगढ़ और अम्बिकापुर जिले की 276 संस्थानों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। नापतौल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दुर्ग के दो संस्थानों में नमक के पैकेट में उल्लेखित मूल्य के अधिक कीमत पर नमक बेचने वाले दो संस्थानों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किया गया।