नई दिल्ली। भारत में विदेशी नागरिकों सहित कोरोना वायरस महामारी से संक्रमित होने वालों की संख्या शुक्रवार (17 अप्रैल) को बढ़कर 13,387 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में कहा कि देश में कोविड-19 संक्रमण के चलते 437 मौतें हुई हैं और वर्तमान में कुल 11,638 व्यक्ति महामारी से संक्रमित हैं। वहीं, पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1007 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 23 लोगों को इस वायरस की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी है। 234 लोग स्वस्थ हुए हैं। अब तक कुल 1749 (1 माइग्रेटेड) मरीज इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं।
रफ्तार में आई कमी
लॉकडाउन की वजह से वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के देश में फैलने की रफ्तार में कमी आई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहले 3 दिनों में कोविड-19 के दोगुने मामले सामने आ रहे थे, जबकि अब यह 6.2 दिन हो गया है।
लव अग्रवाल ने कहा, “लॉकडाउन से पहले कोविड-19 के मामलों की दोगुना दर तीन दिन थी, पिछले सात दिन के आंकड़े से पता चलता है कि यह दर अब 6.2 दिन है।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 के दोगुने होने की दर देश के मुकाबले कम है।
जिन 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में डबलिंग रेट देश की डबलिंग से कम है उसमें- केरल, उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, लद्दाख, पुड्डुचेरी, दिल्ली, बिहार, ओडिशा, तेलंगाना, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, यूपी, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, असम और त्रिपुरा शामिल हैं।
मंत्रालय ने कहा, “भारत में कोरोना वायरस के इलाज के लिए 1,919 अस्पतालों में 1.73 लाख पृथक बिस्तर और 21,800 आईसीयू बिस्तर तैयार हैं। राज्यों को पांच लाख रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट वितरित किए जा रहे हैं।”
महाराष्ट्र में कोविड-19 से सबसे ज्यादा मौत
मंत्रालय के मुताबिक, “महाराष्ट्र में सबसे अधिक 194 मौतें हुई हैं, जबकि मध्यप्रदेश में 53 लोगों को इस वायरस ने लील लिया है। वहीं, गुजरात में संक्रमण के चलते 36 और पंजाब व दिल्ली में क्रमशः 13 और 38 लोगों की जान गई है।” देश के 27 राज्य और सभी केंद्र शासित प्रदेशों में से कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक मामले 3205 महाराष्ट्र से ही आए हैं। इसके बाद 1640 मामलों के साथ दिल्ली दूसरे, जबकि 1267 मामलों के साथ तमिलनाडु तीसरे स्थान पर है।