चीन से आई रैपिड जांच किट पर बोला ICMR… यह महामारी के प्रसार का पता लगाने के लिए, कोरोना जांच के लिए लैब पर ही रहना होगा निर्भर

कोरोना महामारी से जूझ रहे देश को चीन से पांच लाख किट की पहली खेप आज मिल गई। इस किट की मदद से रैपिड जांच की जा सकेगी। हालांकि इसके उपयोग को लेकर ICMR ने साफ किया है कि इस किट का इस्तेमाल महामारी के प्रसार को जानने के लिए होना है, ना कि कोरोना की जांच के लिए। इस जांच के लिए जनता खुद से कोई आग्रह ना करें।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज बताया कि जिला स्तर पर कोविड-19 के प्रकोप के लिए बनाई जा रही योजनाओं पर चर्चा की गई।  भारतीय चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के डॉ. रमन आर गंगाखेड़कर ने कहा, हमारे पास चीन की दो कंपनियों से कुल पांच लाख रैपिड जांच किट आई हैं। इन दोनों की जांच का तरीका अलग है। ये एंटी बॉडी की जांच के लिए हैं। ये रैपिड एंटी बॉडी जांच किट कोरोना की शुरुआती जांच के लिए बल्कि सर्विलांस के लिए उपयोग में लाई जाएगी। 

स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर की संयुक्त प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच के लिए लोगों को लैब पर ही निर्भर रहना होगा, आम जन इस रैपिड टेस्ट की मांग न करें। इसका इस्तेमाल कोरोना की जांच के लिए नहीं बल्कि महामारी के प्रसार का पता लगाने के लिए किया जाता है। 

इसके साथ ही डॉ. रमन ने कहा कि देश में हम 24 लोगों की जांच कर रहे हैं तब एक मरीज पॉजिटिव आ रहा है। जापान में यह आंकड़ा 11.7 जांच में एक पॉजिटिव का और इटली में हर 6.7 लोगों की जांच पर एक पॉजिटिव है। वहीं, अमेरिका में यह 5.3 और ब्रिटेन में 3.4 है।