कल 10 बजे मोदी करेंगे देश को संबोधित, अब जान के साथ जहान बचाने की भी चुनौती, जानिए… क्या हो सकती है घोषणा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार सुबह 10 बजे देश को संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि वह अपने संबोधन में देश में जारी लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा सकते हैं। देश में जारी 21 दिनों का लॉकडाउन 14 अप्रैल यानी कल मंगलवार को खत्म हो रहा है। हालांकि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह तय माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री 30 अप्रैल तक लॉकडाउन को बढ़ा सकते हैं। लेकिन कुछ सेक्टर को लेकर कुछ ढील की घोषणा भी की जा सकती है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी पर जान के साथ साथ जहान बचाने का भी दवाब बढ़ता जा रहा है।

पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री ने देश के सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की थी। जिसमें उन्होंने सभी से लॉकडाउन बढ़ाने सहित इस संक्रमण के निवारण के उपायों और आवश्यक कदमों पर सुझाव मांगा था। इस दौरान सभी राज्यों ने लॉकडाउन को दो हफ्ते और बढ़ाने की मांग की थी। जिसपर केंद्र सरकार विचार कर रहा था। इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन की बात करते हुए मैंने कहा था कि जान है तो जहान है। जब मैंने राष्ट्र के नाम संदेश दिया था तो शुरू में बल दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बहुत आवश्यक है। देश के अधिकतर लोगों ने इस बात को समझा और घरों में रहकर अपना दायित्व भी निभाया। जब देश का प्रत्येक व्यक्ति जान भी और जहान भी, दोनों की चिंता करते हुए अपने दायित्व निभाएगा, सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करेगा, तो कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई और मजबूत होगी।

क्या हो सकता है

इन पर पाबंदी बनी रहने के आसार– सभी तरह के सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक और खेल से जुड़े इवेंट्स पर पाबंदी बनी रह सकती है। सिनेमा हॉल, मॉल्स, पार्क, पर्यटन स्थल, धर्मस्थल स्कूल-कॉलेज भी अभी बंद रह सकते हैं। 

रेलवे : आधी ही सीटों पर ही रिजर्वेशन देने पर विचार– सरकार कुछ चुनिंदा रूटाें पर ट्रेनें शुरू कर सकती है। माना जा रहा है कि 30 अप्रैल के बाद भी एकदम से पूरी कैपेसिटी के साथ ट्रेनें शुरू करना मुमकिन नहीं होगा। इसलिए धीरे-धीरे इन्हें शुरू करने की तैयारी है। 

  • हो सकता है कि स्टेशन पर ट्रेन आने से चार घंटे पहले पहुंचना जरूरी किया जाए। 
  • ट्रेनाें में जनरल बाेगी नहीं हाेगी। हो सकता है कि एसी डिब्बे भी न रखे जाएं। सिर्फ रिजर्वेशन होने पर ही यात्रा हो सकेगी। 
  • साेशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए आधी सीटों पर ही रिजर्वेशन दिया जा सकता है। 
  • काेराेना संक्रमण के हाॅट स्पाॅट पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी। 
  • भीड़-भाड़ से बचने के लिए स्टेशनाें पर स्टाॅपेज का टाइम भी दोगुना किया जा सकता है।
  • हर स्टेशन पर यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा सकती है। 
  • स्टेशन पर सिर्फ वे पहुंच सकेंगे जिनके पास रिजर्वेशन वाली टिकट है। 
  • भीड़ रोकने के लिए हो सकता है कि प्लेटफाॅर्म टिकट न बेचे जाएं। 

उड़ानें : रिपाेर्टिंग टाइम 45 मिनट से बढ़ाकर 2 घंटे किया जा सकता है

  • घरेलू रूटाें पर बेहद कम संख्या में उड़ानें शुरू करने का विचार है। उड़ानाें के बीच काफी अंतर रखा जा सकता है। 
  • भीड़-भाड़ से बचने के लिए रिपाेर्टिंग टाइम 45 मिनट से बढ़ाकर 2 घंटे किया जा सकता है।
  • हो सकता है कि एयरलाइंस कंपनियों से कहा जाए कि वे साेशल डिस्टेंसिंग के लिए सभी क्लास में बीच की सीट खाली रखें।

उद्योग मंत्रालय की सिफारिशें : चुनिंदा देशों के लिए उड़ानें शुरू की जाएं
केंद्र के उद्योग और वाणिज्य मंत्रालय ने रविवार रात एक नोटिफिकेशन जारी कुछ सुझाव दिए हैं। सुझावों में कहा गया है कि सिर्फ ग्रीन जोन में लोकल ट्रांसपोर्ट खोलने की छूट दी जाए, लेकिन रेड और ऑरेंज जोन में लोकल ट्रांसपोर्ट शुरू न करें। भारत से बाहर जाने के लिए स्पेशल और कमर्शियल उड़ानों की ही छूट मिले। चुनिंदा देशों के लिए उड़ान की सीमित छूट रहे।

उद्योग मंत्रालय की सिफारिश- 15 तरह के उद्योगों और फल-सब्जी वालों को छूट दें
रविवार को ही उद्योग और वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से एक नोटिफिकेशन जारी हुआ है, जिसमें 15 तरह के उद्योगों को शुरू करने और फल-सब्जी बेचने वालों को लॉकडाउन में छूट देने की सिफारिश की गई है। 

पंजाब, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, महाराष्ट्र और ओडिशा बढ़ा चुके हैं लॉकडाउन
पंजाब, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, महाराष्ट्र और ओडिशा पहले ही अपने राज्यों में जारी लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा चुके हैं। वहीं देश में जारी लॉकडाउन आने वाले मंगलवार को खत्म हो रहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विभिन्न पहलुओं पर राज्य सरकारों से विचार मांगे हैं, जिसमें यह जानकारी भी शामिल है कि क्या अधिक लोगों और सेवाओं को छूट दी जानी चाहिए।