चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (पीबीओसी) ने मार्च की तिमाही में भारत के निजी क्षेत्र के हाउसिंग फाइनेंस लेंडर (आवासीय वित्त ऋणदाता) एचडीएफसी लिमिटेड में एक फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी हासिल की है। इसके लिए पीबीओसी ने एचडीएफसी के 1.75 करोड़ शेयर खरीदे हैं।माना जा रहा है कि यह विनिमय जनवरी से मार्च 2020 के बीच हुआ है। विनियामक एक्सचेंज की सूचना के मुताबिक, चीन के बैंक ने 1,74,92,909 करोड़ शेयर खरीदे हैं जिससे उसे 1.01 फीसदी की हिस्सेदारी प्राप्त हुई है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ सप्ताह में एचडीएफसी लिमिटेड के शेयर की कीमतों में गिरावट दर्ज हुई है। फरवरी के पहले सप्ताह से यह गिरावट शुरू हुई थी जिसके बाद इसकी कीमत में 41 फीसदी तक की कमी देखी गई। एचडीएफसी के उपाध्यक्ष और सीईओ केकी मिस्त्री ने कहा कि मार्च 2019 तक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के पास 0.80 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और मार्च 2020 में इसमें 0.20 प्रतिशत की बढ़त हुई।
बता दें कि वुहान से कोरोना वायरस के दुनियाभर में फैलने के बाद पूरी दुनिया में चीन के आर्थिक साम्राज्यवाद की थ्योरी चल पड़ी है। कईजानकारी मान रहे हैं कि यह चीन की ओर से सोची समझी रणनीति है। वायरस फैला कर चीन पूरी दुनिया को आर्थिक रुप से बर्बाद कर रहा है और फिर वहां की प्रमुख कंपनियों के शेयर खरीद कर उसमें हिस्सेदारी बढ़ा रहा है।
गौरतलब है कि चीन एशिया के प्रमुख देशों के वित्तीय संस्थानों में ऐसे समय पर निवेश कर रहा है जब जब प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के शेयर बाजार में गिरावट आ रही है। चीन ने हाल के वर्षों में मुख्य रूप से बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और प्रौद्योगिकी कंपनियों सहित पाकिस्तान व बांग्लादेश में भी निवेश बढ़ाया है। वह लगातार एशियाई देशों में अपने आर्थिक दायरे में तेजी से बढ़ोतरी कर रहा है।