नागरिकता कानून संशोधन (सीएए) को लेकर शुरु हुई हिंसा ( CAA protest ) खतरनाक रुप ले चुकी है। दिल्ली जल ( Delhi burning) उठी है। इस हिंसा की आग में 5 लोग (5 killed in violence) जान गंवा चुके हैं। इसमें दिल्ली पुलिस का एक हेड कांस्टेबल भी शामिल हैं। इसके अलावा चार सिविलियन मौत के मुंह में जा चुके हैं। 56 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। दिल्ली के आधे दर्जन इलाके में मेट्रो स्टेशन को बंद कर पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। इंटेलिजेंस विभाग से मिले इनपुट के आधार पर दिल्ली से सटे दूसरे प्रदेश में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
अब तक की अपडेट के मुताबिक, उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सोमवार को जमकर हिंसा हुई. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सात जगहों पर पथराव और आगजनी हुई. इस हिंसा में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल भी शामिल हैं. साथ ही 56 से ज्यादा घायल हैं.
दिल्ली की बेकाबू हो चुकी स्थिति को देखते हुए जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एन्क्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है. पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. इसके साथ ही नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के सभी स्कूल आज बंद है. धारा 144 लागू कर दी गई है. पूरे इलाके में पुलिस फोर्स की भारी तैनाती की गई है. दिल्ली से सटे दूसरे राज्यों को हाई अलर्ट कर दिया गया है.
गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, कल रात में दिल्ली हिंसा मामले पर गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ी बैठक की. अहमदाबाद से लौटने के तुरंत बाद अमित शाह ने समीक्षा बैठक की. रात 11 बजे से डेढ़ बजे तक चली इस बैठक में गृह सचिव, इंटेलिजेंस ब्यूरो चीफ, दिल्ली पुलिस कमिश्नर और गृह मंत्रालय के दूसरे अधिकारी शामिल थे. हालात पर कड़ी नजर रखने का आदेश दिया गया है.
किस तरह भड़की आग, पढ़िए सिलसिलेवार रूप से
22 फरवरी- रात के 10.30 बजे: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे धीरे-धीरे सीएए के विरोध में महिलाओं की भीड़ जुटनी शुरू हुई. महिलाओं ने स्टेशन के नीचे एक तरफ की सड़क को जाम कर दिया और विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया.
23 फरवरी- सुबह के 9 बजे: जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे की सड़क बंद हो जाने से ट्रैफिक की आवाजाही पर असर पड़ा, जिससे लोगों की मुश्किलों का सामना करना पड़ा. हालात को देखते हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से सड़क खोलने को कहा. इस बीच बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर लोगों से सीएए के समर्थन में मौजपुर चौक पर जमा होने की अपील की.
23 फरवरी- 3.30-4 बजे: सीएए समर्थकों की भीड़ के बीच कपिल मिश्रा ने भड़काऊ भाषण दिया. पुलिस को 3 दिन के भीतर सड़क खुलवाने का अल्टीमेटम दिया.
23 फरवरी- 3.45-4 बजे: बाबरपुर इलाके में सीएए समर्थकों पर कुछ लोगों ने पत्थर बरसाने शुरू कर दिए.
23 फरवरी- 4-5 बजे: मौजपुर, करावल नगर, बाबरपुर और चांद बाग इलाके में हिंसा और बवाल शुरू हो गया.
23 फरवरी – रात 9-11 बजे: करावल नगर, मौजपुर, बाबरपुर और चांदबाग के इलाके में उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया.
24 फरवरी- सुबह 10 बजे: 23 फरवरी की रात पुलिस ने हालात पर काबू पाने का दावा किया, लेकिन 24 फरवरी की सुबह 10 बजे सीएए समर्थक प्रदर्शन करते हुए सीएए विरोधियों के पास पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे.
24 फरवरी- दोपहर 12-1.30 बजे: दोपहर होते-होते बाबरपुर इलाके में पत्थरबाजी शुरू हो गई. नकाब पहने उपद्रवियों हाथ में तलवार लहराते हुए सड़कों पर उतर आए. बाबरपुर से शुरू हुई हिंसा करावल नगर, शेरपुर चौक, कर्दमपुरी और गोकलपुरी तक फैलती चली गई.
24 फरवरी- 2.30-3.30 बजे: भजनपुरा में बस समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. पेट्रोल पंप में भी आग लगा दी गई. हिंसा में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई, जबकि डीसीपी घायल हो गए.
24 फरवरी- 7.30-8 बजे: सुबह से शुरू हुआ हिंसा का दौर रुक-रुक कर रात तक चलता रहा. गोकलपुरी इलाके में टायर मार्केट को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया. टायर की दुकानें धू-धू कर जलने लगीं.
24 फरवरी- रात 10 बजे: देर रात तक हिंसा और बवाल जारी रहा. रात करीब 10 बजे मौजपुर और घोंडा चौक भी हिंसा और बवाल शुरू हो गया.