रायपुर. विधानसभा और नगरीय चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी परचम लहराया है। प्रदेश में 27 जिला पंचायतें हैं, जिनमें कांग्रेस 20 पर अपने अध्यक्ष बिठाने की तैयारी में हैं। तीन जिला पंचायतों में भाजपा के अध्यक्ष बन सकते हैं, जबकि बाकी 4 जिलों में बहुत कम अंतर के कारण अध्यक्ष पद दोनों में से किसी भी दल के पाले में जा सकता है। हर जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव 14 फरवरी को होंगे। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों ने जिलों पंचायत और जनपद पंचायतों में एकतरफा जीत हासिल की है।
सबसे ज्यादा समर्थक कांग्रेस के
प्रदेश के 27 जिला पंचायतों के कुल 400 सदस्यों के लिए हुए चुनाव में 223 सीटों पर कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार चुनाव जीतकर आए हैं। भाजपा समर्थित उम्मीदवारों की संख्या 151 है।अन्य पार्टियों के 15 सदस्य हैं तो 11 निर्दलीय भी जीतकर आए हैं। कांग्रेस ने बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, सरगुजा, बलौदाबाजार, धमतरी, महासमुंद, कांकेर, बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, बालोद, दुर्ग, बेमेतरा समेत 14 जिलों में जहां एकतरफा जीत हासिल की है तो वहीं 6 जिलों में बढ़त के साथ चुनाव जीते हैं। वहीं भाजपा ने बलरामपुर, जशपुर, बस्तर सहित तीन जिलों में ही अपना अध्यक्ष बनाने जा रही है।
रायपुर समेत 4 में खींचतान
राजधानी रायपुर समेत तीन जिला पंचायतों में उठापटक हो सकती है, हालांकि तीनों में ही कांग्रेस अपना अध्यक्ष बनाने का दावा कर रही है। रायपुर में भाजपा के 9 तो कांग्रेस के 7 सदस्य चुनाव जीतकर आए हैं। संख्या बल के आधार पर भाजपा का अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है, लेकिन कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अध्यक्ष पद पर कांग्रेस का ही कब्जा होगा। वहीं कवर्धा, राजनांदगांव में दोनों ही पार्टियों के बराबर सदस्य चुनकर आए हैं, जबकि दंतेवाड़ा में भाजपा कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा मजबूत दिख रही है।