नई दिल्ली। 14 अप्रैल को देशभर में लॉकडाउन खत्म हो सकता है। लेकिन संकेत मिले हैं कि देश के सात राज्य अभी भी अपने यहां लॉकडाउन को जारी रखने के पक्ष में हैं। इन राज्यों में तेलंगाना समेत महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़ और झारखंड ने शामिल हैं। इनका मानना है कि कोरोना बीमारी की रोकथाम के लिए फिलहाल लॉकडाउन ही सबसे बेहतर विकल्प है। लिहाजा इन राज्यों में आने वाले दिनों में भी लॉकडाउन की स्थिति रहने की उम्मीद हैं।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री राव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘वायरस को रोकने के लिए हमारे पास लॉकडाउन के अलावा कोई और हथियार नहीं है। मैं प्रधानमंत्री से अपील करता हूं कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए। मैं तहेदिल से इसका स्वागत करता हूं। हमारी अर्थव्यस्था अगले छह महीने या एक साल में पटरी पर लौट सकती है लेकिन लोगों की जिंदगी एक बार गई तो उसे वापस नहीं लाया जा सकता।’
उत्तर प्रदेश के अधिकारियों का कहना है कि उनके यहां संक्रमितों की संख्या 305 है। जिसमें से 105 लोग वे हैं जो दिल्ली में तबलीगी जमात से किसी न किसी तरह जुड़े हुए हैं। राज्य में लॉकडाउन को खत्म करने पर अनिश्चितता बनी हुई है। राजस्थान में कोरोना के 288 मामले सामने आए हैं। वह उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों से लोगों के निकलने की योजना बनाने को लेकर उलझन में है ।
छत्तीसगढ़ सरकार भी अभी लॉकडाउन को आगे जारी रखने के पक्ष में हैं। यहां कोरोना के 10 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। राज्य ने बेहतर प्रबंधन करते हुए कोरोना के फैलाव पर काफी हद तक नियंत्रण रखा है। 10 में से 9 मरीज भी ठीक होकर घर जा चुके हैं। लॉकडाउन हटाने की खबरों के बीच, प्रदेश मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि अंतरराज्जीय आवाजाही के साधन, जैसे बस, ट्रेन, वायुमार्ग को पुन बहाल करने से संक्रमण फैलने का खतरा होगा। केवल मध्यप्रदेश का विचार अलग है। यहां 165 मामले सक्रिय है। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि गेहूं खरीद 15 अप्रैल से शुरू हो जाएगी।
राज्यों में जहां कोरोना वायरस के 1,367 मामले सामने आए हैं। इन राज्यों ने संकेत दिए हैं कि 21 दिनों की लॉकडाउन अवधि खत्म होने के बाद भी उनके यहां प्रतिबंध जारी रहेंगे। यह देशभर में सक्रिय 4,421 मामलों में से लगभग एक-तिहाई मामले हैं। बता दें कि 14 अप्रैल को पूर्ण देशबंदी की अवधि समाप्त हो रही है।तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव का कहना है कि वह अपने राज्य में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने के पक्ष में हैं।
असम में 26 मामले सामने आए हैं। वह लॉकडाउन के बाद राज्य में प्रवेश करने की इच्छा रखने वालों को विनियमित करने के लिए एक पंजीकरण प्रणाली की योजना बना रहा है। महाराष्ट्र में अब तक सबसे ज्यादा 748 मामले सामने आए हैं। वह मुंबई और पुणे के साथ-साथ हॉटस्पॉट क्षेत्रों में लॉकडाउन बढ़ा सकता है।