नई दिल्ली। कई दशक बाद भारत और चीन सीमा पर एक बार फिर युद्ध जैसे हालात पैदा हो गए हैं। बीती रात गलवान घाटी में भारत और चीन सेना के बीच हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक सीनियर स्तर के अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए। इसकी पुष्टि भारतीय सेना ने कर दी है। हालांकि, सीमा पर अब भी गोली चलने की बात सामने नहीं आई है। केवल शारीरिक संघर्ष की ही बात सामने आई है। इस बीच, कई चीनी सैनिकों के भी मारे जाने की खबर आई है। हालांकि इसकी पुष्टि चीन की तरफ से नहीं की गई है।
जानकारी के मुताबिक सोमवार रात करीब 11 बजे पूर्वी लद्दाख की गलवां घाटी में भारतीय और चीना सेना के बीच झड़प हुई। भारतीय सेना डि-एस्केलेशन के तहत चीनी सैनिकों को वास्तविक नियंत्रण रेखा के पीछे कर रहे थे। लेकिन चीनी सैनिक जाने को तैयार नहीं थी। इसी दौरान दोनों सेनाओं के बीच झड़प हुई। इस झड़प के दौरान ही तीन भारतीय सैनिक शहीद हो गए।
तैयारी के साथ आए थे चीनी सैनिक
बताया जा रहा है कि झड़प के दौरान चीनी सैनिक ट्रकों में पत्थर और कंटीली तार भर कर आए थे। इससे साफ लग रहा है कि चीन जान बूझ कर विवाद बढ़ाने के मूड में था। फेस ऑफ के दौरान चीनी सैनिकों ने दास्तानों में कील लगा रहे थे। इस कारण भारतीय सैनिकों को जान गंवानी पड़ी। हालांकि भारतीय पक्ष का दवा है कि इस संघर्ष के दौरान चीनी सैनिकों के भी मारे गए हैं। लेकिन चीन ने इस बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं की है। सेना के जानकार भी बता रहे हैं कि अपनी नीतियों के चलते चीन खुद की क्षति को कभी स्पष्ट नहीं करेगा।
स्थिति समान्य करने की कोशिश जारी
इस घटना के बाद दोनों पक्षों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी स्थिति को सामान्य करने के लिए बैठक कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि दोपहर दो बजे इसे लेकर भारतीय सेना की ओर से प्रेस कांफ्रेंस की जाएगी। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे लेकर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक की है।
एकतरफा कार्रवाई ना करे भारत- चीन
इस घटना के सामने आने के बाद चीन के विदेश मंत्रालय का बयान आया है। चीन ने घटना के बाद कहा कि भारत इस पर एकतरफा कार्रवाई ना करे। हालांकि जैसा अपेक्षित था, चीन ने फिर से पुरानी कूटनीतिक रवैया अपनाते हुए घटना के लिए भारत पर ही आरोप मढ़ दिया। चीनी विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारतीय सैनिक चीनी सीमा में घुस आए थे।