मैंने भगवान को नहीं देखा, लेकिन आपमें भगवान देखा है.. महिला हितग्राही की बातें सुन मोदी भी हो गए भावुक..

वैसे तो हर सरकार जनता की भलाई के लिए एक से बढ़कर एक योजना बनाती है और उसका फायदा लोगों तक पहुंचाने का प्रयास भी करती है, लेकिन जब किसी सरकार के मुखिया को इस पहल की तारीफ में यह सुनने को मिले कि… हमने तो भगवान नहीं देखा है, लेकिन आपमें भगवान को देखा है.. .तो यकीनन उनके लिए इससे बेहतर तारीफ कोई और नहीं हो सकती। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी ऐसी ही तारीफ शनिवार को मिली।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को उस समय भावुक हो गए जब उनकी सरकार की जेनेरिक दवा कार्यक्रम की एक महिला लाभार्थी ने उनसे कहा कि मैंने भगवान को नहीं देखा है, लेकिन मैंने आपमें भगवान देखा है। देहरादून निवासी दीपा शाह को 2011 में पैरालिसिस हो गया था। वह जन औषधि दिवस के मौके पर वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए प्रधानमंत्री से संवाद कर रही थीं। मोदी से बात करते हुए दीपा शाह की आंखों से आंसू टपक गए और उन्होंने कहा कि मैंने भगवान को नहीं देखा है लेकिन मैंने आपमें भगवान देखा है। महिला ने जब अपनी टिप्पणी दोहराई तो मोदी भी भावुक हो गए।

महिला ने साथ ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री एवं अन्य को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने उनकी मदद की और कहा कि चिकित्सकों ने उन्हें बताया था कि उनका इलाज नहीं किया जा सकता। दीपा शाह ने दवाओं की कीमत कम करने में किए गए प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया और कहा कि आपकी आवाज सुनकर मैं बेहतर हो गई हूं। 

महिला इस बारे में बता रही थीं कि 2011 में पैरालिसिस होने बाद उन्हें किस तरह से मुश्किलें हुईं और अब उन्हें सरकार की कम कीमत की जेनेरिक दवा कार्यक्रम से प्रति महीने 3500 रुपये की बचत हो रही है। शाह जैसे ही अपने विचार व्यक्त करने के लिए उठीं तो मोदी ने उनसे बैठकर बोलने के लिए कहा क्योंकि वह खड़े होने में असहज महसूस कर रही थीं।

मोदी ने महिला से कहा कि आपने बीमारी को अपनी आत्मशक्ति से परास्त किया है। आपका साहस आपका भगवान है और उसने ही आपको ऐसे बड़े संकट से निकलने की शक्ति दी। आपको अपना यह आत्मविश्वास बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अब भी जेनेरिक दवाओं के बारे में अफवाह फैला रहे हैं, अतीत के अनुभव को देखते हुए वे इसको लेकर हैरान हैं कि दवाएं इतनी सस्ती कैसे मुहैया हो सकती हैं और दवाओं में कुछ जरूर गड़बड़ी होगी।