महाराष्ट्र में सभी सरकारी दफ्तर बंद, कोरोना वायरस के खतरो को देखते हुए उद्धव सरकार ने लिया फैसला…

मुंबई: भारत में भी कोरोना वायरस के खतरे दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है। ऐहतियातन स्कूल , जू, जीम , आदि सार्वजनिक जगहो को बंद किये जाने के बाद अब सरकारी दफ्तर बंद करने की नौबत आ गई है। इसकी शुरूआत महाराष्ट्र सरकार ने की है। महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस की खतरे को देखते हुए सभी सरकारी दफ्तर 7 दिनों के लिए बंद कर दिया है। जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे। इससे वायरस के फैलने का खतरा कम हो सके। बता दें कि कोरोना वायरस के मामले देश में बढ़ते जा रहे हैं। अब तक वायरस से देश में तीन लोगों की मौत हो गई। महाराष्ट्र में एक बुजुर्ग की मौत हो गई। मुंबई और नवी मुंबई में कोरोना वायरस के 4 नए मामले सामने आए हैं। प्रदेश में कुल 39 व्यक्ति संक्रमित मिले हैं। खतरे को देखते हुए मुंबई में धारा 144 लागू कर दी गई है। मुंबई पुलिस ने पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी है। टूरिस्ट के ग्रुप पर प्रतिबंध लगा दिया है। आदेश 31 मार्च 2020 तक के लिए जारी किया गया है। लोकल ट्रेन बंद नहीं होगी । महाराष्ट्र सरकार ने फैसला लिया है कि लोकल ट्रेन सहित बस सेवाओं को बहाल रखा जाएगा। ऐसा लोगों को परेशानी से बचाने के लिए किया गया है। इस दौरान सभी जरूरी सावधानियां बरती जाएंगी।

शिर्डी साई और सिद्धि विनायक मंदिर हुआ बंद
शिर्डी साई मंदिर मंगलवार को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है। कोरोना वायरस को लेकर मंदिर प्रशासन ने ये निर्णय लिया है। मुंबई में स्थित सिद्धि विनायक मंदिर को अस्थाई तौर पर बंद किया गया है। मंदिर में उमड़ने वाली श्रध्दालुओं की भीड़ को कोरोना के खतरे से बचाने के लिए यह कदम उठाया गया है। मूल मंदिर के साथ ही साई प्रसादालय और भक्त निवास भी बंद कर दिए हैं।