प्रकाश की महाशक्ति से कोरोना के अँधकार को हराने का मोदी का आह्वान… संडे की रात 9 बजे जलाएं 9 मिनट तक दिए

कोरोना वायरस की महामारी के खिलाफ जारी जंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक और अपील की है। यह अपील है प्रकाश की ताकत से कोरोना के अँधकार को मिटाने की। इसके लिए पीएम मोदी ने देशवासियों से आगामी रविवार को रात 9 बजे दिए जलाने का आह्वान किया है। लॉकडाउन के नौवें दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देश को संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना के अंधकार को प्रकाश की ताकत से हराने की जरूरत है.

‘प्रकाश की महाशक्ति से कोरोना के अंधकार को हराएं’

इस अपील के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘5 अप्रैल यानी इस रविवार को रात नौ बजे लोग अपने घरों से बाहर आएं. घरों की लाइटें बंद करें और दरवाजे पर खड़े होकर दीया जलाएं, मोमबत्ती जलाएं या फिर कुछ भी प्रकाश जलाएं. इस शक्ति के जरिए हम ये संदेश देना चाहते हैं कि देशवासी एकजुट हैं. पीएम ने कहा कि एकजुटता के दमपर ही इस महामारी को मात दी जा सकती है’.

लॉकडाउन में दिखा देश का अनुशासन: PM मोदी

शुक्रवार सुबह जारी किए गए वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरे प्यारे देशवासियों, कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ देशव्यापी लॉकडाउन को आज नौ दिन हो रहे हैं. इस दौरान आप सभी ने जिस प्रकार अनुशासन और सेवा भाव का परिचय दिया. शासन-प्रशासन और जनता-जनार्दन ने इस स्थिति को अच्छे तरीके से संभालने का काम किया है.

पीएम ने कहा कि जिस प्रकार 22 मार्च रविवार के दिन लड़ाई लड़ने वाले हर किसी का धन्यवाद किया, वो भी आज सभी देशों के लिए मिसाल बन गया. आज कई देश इसको दोहरा रहे हैं. जनता कर्फ्यू दुनिया के लिए मिसाल बना, जिससे ये साबित हुआ कि देश एकजुट होकर लड़ाई लड़ सकता है.

घर में रुका हर व्यक्ति जंग का भागीदार’

कोरोना के खिलाफ जंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज जब हर कोई घर में है, तो लोग सोच रहे हैं कि वो अकेले कैसे लड़ाई लड़ेंगे. आपके मन में ये प्रश्न आता होगा कि कितने दिन ऐसे काटने पड़ेंगे. हम अपने घर में जरूर हैं, लेकिन हममें कोई अकेला नहीं है, 130 करोड़ देशवासियों की सामूहिक शक्ति हर व्यक्ति के साथ है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता ईश्वर का रूप होती है, जब देश इतनी बड़ी लड़ाई लड़ रहा हो तो जनता रूपी महाशक्ति का साक्षात करते रहना चाहिए. जो अंधकार में हैं, उन्हें आशा की ओर ले जाना है. उसे समाप्त करना होगा, इस अंधकार में कोरोना संकट को पराजित करने के लिए हमें प्रकाश के तेज को चारों दिशाओं में फैलाना है.