पुलिस के आयुध भंडार से 25 इंसास रायफल, 12 हजार कारतूस गायब… कैग की ऑडिट रिपोर्ट से खलबली.. पढ़िए किस राज्य में हुआ यह घपला

केरल पुलिस विभाग में इन दिनों खलबली मची हुई है। दरअसल इसकी वजह है सीएजी की वह रिपोर्ट जिसमें एक सनसनीखेज और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। खुलासा यह है कि पुलिस के आयुध भंडार से 12, 000 से ज्यादा जिंदा कारतूस गायब है। इतना ही नहीं 5.56 एमएम के 23 इंसास राइफल का भी पता नहीं चल रहा । इससे पहले की आगे की खबर बताएँ, अब जरा इन तस्वीरों पर नजर डाल लीजिए. ये तस्वीरें सोमवार को केरल से आई हैं।

फोटो क्रेडिट – एएनआई।

अब इस पूरे मामले की क्राइम ब्रांच जांच चल रही है.।

सोमवार को क्राइम ब्रांच ने गायब कारतूस और इंसास राइफल की वेरिफिकेशन की। हालांकि अधिकारी का दावा है कि कोई भी हथियार और गायब नहीं हुआ है। क्राइम ब्रांच के प्रमुख ने कहा कि आज हमने पुलिस विभाग के मुख्य आयुध भंडार का निरीक्षण किया। इसमें राइफल और दूसरे हथियारों का भी निरीक्षण किया गया। जांच दल इस बात से संतुष्ट है कि कोई भी राइफल गायब नहीं है। हम अपनी जांच जारी रखे हुए हैं। 2 महीने के भीतर हम अपनी जांच रिपोर्ट पेश कर देने की तैयारी में हैं।

लेकिन मामला इतना आसान भी नहीं है। लेखा एवं महा महालेखाकार परीक्षक की रिपोर्ट यह बताती है की पुलिस के आयुध भंडार में सब कुछ सही नहीं है। विशेष सशस्त्र पुलिस बटालियन की बेल ऑफ आर्म्स की ऑडिट रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ कि 5.56 एमएम के 25 इंसास राइफल और 12061 जिंदा कारतूस गायब है।

कैग की रिपोर्ट में साफ साफ कहा गया कि तिरुवंतपुरम स्थित विशेष सशस्त्र पुलिस बटालियन के हथियार एवं आयुध रिकॉर्ड का उचित तरह से रखरखाव नहीं किया गया। स्टॉक रजिस्टर में कई जगहों पर ओवर राइटिंग की गई है। कई जगह पर व्हाइटनर का इस्तेमाल कर इंट्रीज को बदला गया है। इन बदलाव का उचित तरीके से अधिकृत भी नहीं किया गया है। ऑडिट रिपोर्ट में इस बात का भी पता चला कि उच्च अधिकारियों द्वारा समय समय पर इसका निरीक्षण नहीं किया।

डमी कारतूस रख कर मामले को छिपाया

कारतूस की पेटी में जिंदा कारतूस की जगह डमी कारतूस रखा गया था।

कैग के अधिकारियों के मुताबिक ऑडिट टीम ने इस बात को नोटिस किया कि 9 एमएम के ड्रिल कारतूस की कमी को छुपाने के लिए डमी कारतूस का इस्तेमाल किया गया। ऐसे 250 डमी कारतूस का पता चला है। इस बात कें भी कोई दस्तावेज नहीं मिले जो यह बताते हों कि आयुध भंडार में यह डमी कारतूस कहां से आए और इन्हें किस तरह रखा गया।