नई दिल्ली। बात बात में राजनीति की लट पकड़नी हो और धागा को भी रस्सी बनाकर झूल जाने इच्छा हो तो हम नहीं जानते। हम सिर्फ यह बता रहे हैं कि आज अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को मन में कुछ हुआ और बिना किसी तय कार्यक्रम के इंडिया गेट पहुंच गए। यहां हुनर हाट लगा था। देश भर के हुनरमंद खाने-पीने और हाथ से बनाए सामान का स्टॉल लगाए हुए थे। मोदी जी को इस सबके बीच में बिहार का लिट्टी चोखा भा गया। सो खाए भी और 120 रुपये का बिल भी पटाए। लिट्टी चोखा खाते सुंदर सी तस्वीर अपने ट्विटर हैंडल से पोस्ट भी कर दिए। लिट्टी चोखा के बाद बाद कुल्हड़ में दो चाय भी ली और इसका 40 रुपये का बिल भी पटाया।
अब मोदी जी का दौरा हो तो मीडिया में सुर्खियों का कोई अकाल थोड़े ना होता। ट्विटर पर तो तुरंत ट्रेंड शुरू हो गया। इंडिया गेट और हुनर हाट नाम से। खैर, सोशल मीडिया पर तो लोग होते ही हैं खाली पीली नहा धो कर बैठे हुए। लेकिन देश के बड़े बड़े मीडिया घरानों की वेबसाइट पर इस ट्रेंड से आलोकित होकर पल्लवित पुष्पित होने लगी। तब हमको लगा कि हम भी यह खबर आप सबको बता ही दें।
तो लीजिए, ज्ञात-अज्ञात सभी स्रोत से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मोदी दिन में करीब डेढ़ बजे इंडिया गेट के निकट राजपथ पर लगे ‘हुनर हाट’ में पहुंचे और वहां लगभग 50 मिनट तक रहे। खबर है तो स्रोत भी होगा। तो एक सूत्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘प्रधानमंत्री का यह दौरा तय नहीं था। वह बुधवार की दोपहर अचानक ही हुनर हाट पहुंचे। इससे वहां सभी लोग हैरान रह गए।
उनके पहुंचने की जानकारी पाते ही अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी तत्काल वहां पहुंचे और उनकी अगवानी की।’’ सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने ‘हुनर हाट’ में मौजूद एक स्टॉल पर रुककर लिट्टी-चोखा खाया जिसके लिए उन्होंने 120 रुपये का भुगतान किया। इसके साथ ही उन्होंने दो कुल्हड़ चाय भी ली जिसमें से एक उन्होंने स्वयं ली और दूसरी चाय नकवी को दी। मोदी ने चाय के लिए भी 40 रुपये का भुगतान किया।
खैर आगे की खबर पढिए। प्रधानमंत्री के वहां पहुंचने के साथ भारी भीड़ जमा हो गई । लोगों ने ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाए और कई ने तो उनके साथ सेल्फी भी खिंचवाई। गौरतलब है कि “कौशल को काम” थीम पर आधारित यह ‘हुनर हाट” 13 फरवरी से 23 फरवरी 2020 तक आयोजित किया गया है जहां देश भर के “हुनर के उस्ताद” दस्तकार, शिल्पकार, खानसामे भाग ले रहे हैं । इनमे 50 प्रतिशत से अधिक महिला दस्तकार शामिल हैं।
नकवी का कहना है कि पिछले लगभग तीन वर्षों में “हुनर हाट” के माध्यम से लगभग तीन लाख दस्तकारों, शिल्पकारों, खानसामों को रोजगार और रोजगार के मौके उपलब्ध कराये गए हैं। इनमे बड़ी संख्या में देश भर की महिला दस्तकार भी शामिल हैं। इससे पहले दिल्ली, मुंबई, प्रयागराज, लखनऊ, जयपुर, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुडुचेरी, इंदौर आदि स्थानों पर “हुनर हाट” आयोजित किए जा चुके हैं। अगले “हुनर हाट” का आयोजन रांची में 29 फरवरी से 8 मार्च, 2020 तक और फिर चंडीगढ़ में 13 मार्च से 22 मार्च, 2020 तक किया जाएगा। आने वाले दिनों में “हुनर हाट” का आयोजन गुरुग्राम, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, देहरादून, पटना, भोपाल, नागपुर, रायपुर, अमृतसर, जम्मू, शिमला, गोवा, कोच्चि, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अजमेर आदि में किया जायेगा।