जेटली की सीट से राज्यसभा पहुंचे सुधांशु त्रिवेदी

लखनऊ : पूर्व केंद्रीय मंत्री के निधन के बाद खाली हुई उनकी सीट से बीजेपी उम्मीदवार बुधवार को राज्यसभा सदस्य चुन लिए गए। राज्यसभा सीट पर हुए उपचुनाव में त्रिवेदी को चुना गया। उत्तर प्रदेश के कई मंत्रियों की मौजूदगी में त्रिवेदी को राज्यसभा सदस्य के तौर पर निर्वाचन का प्रमाण-पत्र सौंपा गया।

राज्यसभा सदस्य के तौर पर निर्वाचित होने के बाद सुधांशु त्रिवेदी ने योगी सरकार की तारीफ करते हुए ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश और सीएम योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में बेहतरीन काम हो रहा है। झांसी एनकाउंटर पर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि विपक्ष के द्वारा राजनीति में दुर्दांत अपराधियों को भी स्थापित किया गया, अब वह एनकाउंटर को फर्जी बताते हैं तो इसे जनता भलीभांति समझती है।

राजनाथ सिंह के करीबी हैं सुधांशु
आपको बता दें कि सुधांशु त्रिवेदी लंबे समय से पार्टी के प्रवक्ता के तौर पर काम कर रहे थे। बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा का भी नाम इस सीट के लिए चल रहा था, लेकिन दोनों नामों पर सुंधाशु त्रिवेदी भारी पड़े। राजनाथ सिंह जब प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब त्रिवेदी उनके करीब आए और उनके पार्टी अध्यक्ष बनने पर बतौर सलाहकार उनकी भूमिका चर्चा में रही।

लोकसभा टिकट के भी थे दावेदार
सुधांशु त्रिवेदी ने बाद में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी प्रभावित किया। लखनऊ के सुधांशु ने मकैनिकल इंजिनियरिंग में पीएचडी करने के बाद कई विश्वविद्यालयों में अध्यापन कार्य किया है। यूपी के मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार और राजनाथ सिंह के पार्टी अध्यक्ष रहते उनके राजनीतिक सलाहकार रहे सुधांशु त्रिवेदी वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी टिकट के प्रबल दावेदार थे। राज्यसभा के लिए भी उनके नाम की कई बार चर्चा हुई थी, हालांकि उन्हें टिकट नहीं मिला था।

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